पूर्वी अफगानिस्तान में रविवार रात आए 6.0 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। भूकंप का केंद्र ज़मीन से मात्र 8 किलोमीटर की गहराई पर था, जिससे इसकी विनाशकारी क्षमता और बढ़ गई।
सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र नंगरहार और कुनार प्रांत हैं, लेकिन झटकों का असर काबुल, पड़ोसी प्रांतों और यहां तक कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद तक महसूस किया गया।
सरकारी एजेंसियों के अनुसार, कई लोग अभी भी मलबे में दबे हो सकते हैं, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। भूकंप के चलते कई इमारतें धराशायी हो गई हैं और कई गांवों का ज़मीन से संपर्क टूट गया है।
बचाव कार्य लगातार जारी हैं, लेकिन दूरदराज और दुर्गम इलाकों तक पहुंचना बेहद चुनौतीपूर्ण हो रहा है। राहत और बचाव दल हेलीकॉप्टरों की मदद से प्रभावित इलाकों तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं।
स्थानीय अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने इस भूकंप को हाल के वर्षों में अफगानिस्तान में आई सबसे गंभीर प्राकृतिक आपदाओं में से एक बताया है। राहत कार्यों में तेजी लाने और घायलों को चिकित्सा सुविधा पहुँचाने के लिए वैश्विक मदद की भी अपील की गई है।