भारत ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नागरिकों के लिए वीज़ा-ऑन-अराइवल (वीओए) सुविधा का विस्तार करते हुए इसे कोचीन, कालीकट और अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर भी लागू कर दिया है। इस विस्तार के साथ अब यूएई नागरिकों को भारत के नौ प्रमुख प्रवेश बिंदुओं पर वीओए सुविधा उपलब्ध होगी। इससे पहले यह सेवा केवल नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि में उपलब्ध थी।
यह सुविधा केवल उन्हीं यूएई नागरिकों के लिए मान्य है जिन्होंने पहले भारतीय ई-वीज़ा या नियमित कागज़ी वीज़ा लिया हो। इस योजना के तहत वे भारत में अधिकतम 60 दिनों तक ठहर सकते हैं और पर्यटन, व्यापार, सम्मेलनों या चिकित्सा उद्देश्यों के लिए प्रवेश कर सकते हैं। वीज़ा 60 दिनों के भीतर दो बार प्रवेश की अनुमति देता है। आवेदकों के पास कम से कम छह महीने की वैधता वाला पासपोर्ट होना आवश्यक है, और उनसे धन, आवास तथा वापसी या आगे की यात्रा का प्रमाण भी मांगा जा सकता है।
यह सुविधा उन यूएई नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं है जिनके माता-पिता या दादा-दादी पाकिस्तान में जन्मे हों या वहां स्थायी निवासी हों। आगमन पर वीज़ा शुल्क प्रति यात्री (बच्चों सहित) 2,000 रुपये या समतुल्य विदेशी मुद्रा है। यूएई नागरिक वर्ष में कितनी भी बार इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
वीओए का यह विस्तार यात्रा को और सहज बनाने के साथ-साथ पर्यटन, व्यापार और चिकित्सा यात्राओं में वृद्धि के बीच भारत और यूएई के बीच जन-से-जन संबंधों को और मजबूत करने का लक्ष्य रखता है।
