नई दिल्ली, 24 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने गुरुवार को मस्कट के ओमान में आयोजित एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध(एएमआर) पर तीसरे वैश्विक उच्च-स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध का मुकाबला करना राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंडे में प्रमुखता से शामिल है। एएमआर अदृश्य महामारी है जिसे अन्य प्रतिस्पर्धात्मक सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं द्वारा कम नहीं किया जा सकता है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि एएमआर को संयुक्त राष्ट्र महासभा, डब्ल्यूएचओ और सदस्य राज्यों द्वारा पहले ही प्राथमिकता दी जा चुकी है । एएमआर से निपटने में भारत द्वारा उठाए गए कदमों पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एएमआर को संबोधित करने के लिए विभिन्न पहल की गई हैं। भारत ने 2016 में नई दिल्ली में एएमआर सम्मेलन का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जागरूकता और क्षमता निर्माण, प्रयोगशाला को मजबूत बनाने, निगरानी, संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण,नई दवाओं, निदान और नवाचारों पर अनुसंधान के माध्यम से की गई विभिन्न पहलों ने सफलता प्राप्त की है। सम्मेलन में 15 से अधिक देशों के 22 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयालक्ष्मी