विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया विमान हादसे की 15 पृष्ठों की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजनों को अचानक ईंधन की आपूर्ति बंद कर दी गई थी। इस दुर्घटना में 260 लोगों की जान चली गई थी।
यह हादसा एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 के साथ हुआ, जो बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान था और अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही थी। विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज छात्रावास परिसर पर गिर पड़ा, जिससे विमान में सवार 242 में से 241 लोग मारे गए और ज़मीन पर मौजूद 19 लोगों की भी मौत हो गई। केवल एक यात्री जीवित बच पाया।
AAIB की रिपोर्ट में कहा गया है कि उड़ान भरने के महज़ 30 सेकंड के भीतर दोनों इंजन "रन" से "कटऑफ" स्थिति में चले गए। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) की रिकॉर्डिंग में एक पायलट को दूसरे से यह पूछते सुना गया कि क्या उसने ईंधन आपूर्ति बंद कर दी, जिस पर दूसरे पायलट ने इंकार किया। इसके बाद ईंधन नियंत्रण स्विच दोबारा चालू किए गए, लेकिन तब तक एक इंजन की गति को बहाल नहीं किया जा सका।
जांच में यह भी स्पष्ट किया गया है कि उड़ान से पहले दोनों पायलटों ने पर्याप्त विश्राम किया था, और विमान में भरा गया ईंधन नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की प्रयोगशाला में परीक्षण के बाद संतोषजनक पाया गया।
AAIB ने फिलहाल इस चरण में बोइंग 787-8 विमान या GEnx-1B इंजन ऑपरेटरों के लिए कोई विशेष कार्रवाई की सिफारिश नहीं की है। एजेंसी ने कहा कि वह अभी और साक्ष्यों की समीक्षा कर रही है, और आगे की जांच जारी है।
इस बीच, एयर इंडिया ने बयान जारी कर कहा कि वह नियामकों और अन्य संबद्ध पक्षों के साथ मिलकर पूरी जांच में सहयोग कर रही है।