लखनऊ, 14 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा में विघ्न डालने वालों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए।
श्रावण मास के दौरान उत्तर प्रदेश में संचालित हो रही कांवड़ यात्रा की तैयारियों और व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि यह पवित्र यात्रा पूरी तरह शांतिपूर्ण, सुरक्षित और श्रद्धामय वातावरण में सम्पन्न हो। इसके लिए शासन-प्रशासन पूरी सजगता, संवेदनशीलता और सक्रियता से कार्य करे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई, चिकित्सा, पेयजल, भोजनालय, विश्रामालय और शौचालयों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। महिला श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए उन्होंने विशेष निर्देश दिए कि महिला कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा के पुख्ता इंतजाम हों तथा महिला पुलिस बल की प्रभावी तैनाती की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर वहां ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की जाए। खुफिया तंत्र को पूरी सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी प्रकार की घुसपैठ या अराजकता की कोशिश को समय रहते रोका जा सके। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि यात्रा मार्गों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से जरूरी सूचनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाए और शिव भजनों का प्रसारण सुनिश्चित हो, जिससे श्रद्धालु भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से जुड़ाव महसूस करें।
मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्धालुओं के स्वागत हेतु प्रमुख अवसरों पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराने की व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी प्रमुख स्थलों पर चिकित्सा शिविर, प्राथमिक उपचार केंद्र और एम्बुलेंस सेवाएं पूरी तरह सक्रिय रहें, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तत्काल निपटा जा सके। खाद्य पदार्थों की शुद्धता को लेकर मुख्यमंत्री ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया कि वे खानपान सामग्री की गुणवत्ता और शुद्धता की नियमित जांच सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री योगी ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धा, मर्यादा और अनुशासन का पालन करें। सभी शिवभक्त पवित्र नदियों से जल लेकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करें और इस दौरान प्रशासन से पूर्ण सहयोग बनाए रखें। राज्य सरकार श्रद्धालुओं की सेवा, सुविधा और सुरक्षा हेतु पूर्णतः प्रतिबद्ध है।