साबूदाना खिचड़ी एक आसान, झटपट और स्वादिष्ट रेसिपी है, जो खास तौर पर व्रत या हल्के नाश्ते के लिए एकदम परफेक्ट होती है। इसे बनाने के लिए साबूदाना, मूंगफली, उबले आलू, हरी मिर्च, करी पत्ता, राई, जीरा, नींबू का रस, हरा धनिया, नमक और थोड़ा सा तेल या घी इस्तेमाल किया जाता है। सबसे पहले साबूदाना को धोकर 5-6 घंटे या रातभर के लिए इतना पानी डालकर भिगोना होता है कि वह सिर्फ डूबे और थोड़ा ऊपर तक पानी हो। भीगने के बाद साबूदाना नरम और फूला हुआ हो जाता है।
फिर उसमें दरदरी पिसी मूंगफली, नमक और हरी मिर्च मिलाकर रख लें। अब एक कढ़ाही में तेल या घी गर्म करें, उसमें राई और जीरा डालें, फिर करी पत्ता और हरी मिर्च का तड़का लगाएं। इसके बाद कटे हुए उबले आलू डालें और हल्का भूनें, फिर बची हुई मूंगफली डालकर मिलाएं। अब इसमें साबूदाना का मिश्रण डालें और धीरे-धीरे चलाते हुए पकाएं ताकि वह चिपके नहीं। जब साबूदाना पारदर्शी और नरम हो जाए, तब नींबू का रस और हरा धनिया मिलाकर गरमागरम खिचड़ी दही, पापड़ या चाय के साथ परोसें।
इस खिचड़ी के कई फायदे भी हैं। इसमें भरपूर कार्बोहाइड्रेट होता है जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है, इसलिए यह व्रत के लिए आदर्श भोजन है। यह पचाने में हल्का होता है और पेट को राहत देता है। जो लोग वजन बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए यह फायदेमंद है क्योंकि इसमें कैलोरी और स्टार्च भरपूर होता है। यह ग्लूटन-फ्री होता है, इसलिए एलर्जी वालों के लिए भी सुरक्षित है। साथ ही इसमें कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। यह शरीर को ठंडक भी पहुंचाता है, खासकर गर्मियों में। मूंगफली और आलू जैसे तत्व इसमें प्रोटीन, फाइबर और अच्छे फैट्स को शामिल करते हैं, जिससे यह और भी पौष्टिक बन जाती है।