नई दिल्ली, 14 जुलाई। आज पूरे देश में सावन के पहले सोमवार की भव्यता देखने को मिल रही है। काशी, हरिद्वार, उज्जैन सहित देश के कोने-कोने में श्रद्धालु सुबह से ही पवित्र नदियों में स्नान कर शिवालयों में भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक कर रहे हैं। मंदिरों में ‘हर-हर महादेव’ की गूंज है और श्रद्धालु लंबी कतारों में दर्शन के लिए इंतज़ार कर रहे हैं।
गंगा तटों पर अलसुबह तीन-चार बजे से ही भक्तों ने डुबकी लगाकर मां गंगा का आशीर्वाद लिया और भगवान शिव को जल अर्पित किया। इस पवित्र दिन पर अमरनाथ यात्रा भी जारी है, जिसमें भक्त कठिन रास्तों से होकर बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए बढ़ रहे हैं।
देश के दक्षिणी हिस्से में भी शिवभक्ति का उत्साह दिखा। तमिलनाडु के मदुरै स्थित थिरुपरनकुन्द्रम सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर में ‘कुंभाभिषेकम’ समारोह आयोजित किया गया। वहीं, उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित क्षीरेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं ने विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की। वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भी भक्तों का विशाल जनसैलाब उमड़ा। दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी, और श्रद्धालु अनुशासन के साथ जलाभिषेक कर रहे हैं।
हरिद्वार में मां गंगा में स्नान करने के बाद लोग दक्षेश्वर महादेव मंदिर में पूजा कर रहे हैं। उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की पारंपरिक भस्म आरती की गई। यहां पहले जल से स्नान, फिर पंचामृत अभिषेक और अंत में भस्म आरती के साथ मंदिर परिसर मंत्रोच्चार और भजनों से गूंज उठा।
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि कांवड़ यात्रा के लिए विशेष मार्ग बनाए गए हैं और ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर और गाजियाबाद के दूधेश्वर महादेव मंदिर में भी भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं।
इस शुभ अवसर पर ओडिशा के प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने पुरी समुद्र तट पर भगवान शिव की सुंदर रेत मूर्ति बनाई। जम्मू-कश्मीर के नुनवान आधार शिविर से अमरनाथ यात्रा का 12वां जत्था रवाना हुआ। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जानकारी दी कि इस वर्ष यात्रा में अब तक दो लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं। यह तीर्थयात्रा पहलगाम और बालटाल मार्ग से जारी है।
गौरतलब है कि इस वर्ष श्रावण मास की शुरुआत 11 जुलाई से हुई है, जो 9 अगस्त तक चलेगा। यह महीना भगवान शिव को समर्पित माना जाता है और भक्त पूरे मास व्रत, पूजा और जलाभिषेक कर भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।