लखनऊ, 14 जुलाई । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को बिहार की गठबंधन सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। मुख्यमंत्री का एक करोड़ नौकरियां देने का वादा महज़ एक जुमला और चुनावी छलावा है।
मायावती ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदहाल है। राज्य की घटनाओं पर राष्ट्रीय स्तर पर हो रही चर्चाओं के बीच लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बिहार की गठबंधन सरकार ने घोषणा की है कि अगर चुनाव के बाद उनकी सरकार बनती है, तो वे अगले पांच सालों में एक करोड़ लोगों को नौकरी और रोज़गार देंगे। मायावती ने लिखा कि उनका मानना है कि नीतीश कुमार ने लोगों को नौकरी और रोज़गार देने की घोषणा वास्तविकता से कोसों दूर है। यह 'अच्छे दिन' की तरह एक जुमलाबाज़ी और चुनावी जुमला ज़्यादा है। जनता विभिन्न राजनीतिक दलों के चुनावी वादों, घोषणाओं और छल-कपट के साथ-साथ कानून-व्यवस्था और क्रियाकलापों आदि के बारे में उनके चाल, चरित्र और चेहरे से भली-भांति परिचित हैl फिर भी छल-कपट और कपटपूर्ण राजनीति की अपनी आदत से मजबूर विपक्षी दल चुनाव से पहले ऐसे अनेक लोकलुभावन वादे करने से ज़रा भी नहीं डरते या घबराते हैं।
उन्होंन कहा कि बिहार की वर्तमान गठबंधन सरकार का नौकरी और रोज़गार का वादा उनके अन्य वादों से कहीं अधिक मेल खाता है, जिसे जनता वास्तव में अपने अब तक के अनुभव के आधार पर जानती है। निश्चित रूप से बिहार की जनता सोच-समझकर एक गरीब-हितैषी और जन-हितैषी सरकार चुनेगी, बशर्ते चुनाव पूरी तरह स्वतंत्र और निष्पक्ष हों, बाहुबल, धनबल और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से मुक्त हों। सभी गरीबों, मज़दूरों और अन्य मेहनतकश लोगों को मतदान का उचित अवसर मिले। उम्मीद है कि चुनाव आयोग इसका पूरा ध्यान ज़रूर रखेगा।