नई दिल्ली, 15 जुलाई। ‘साहित्य अमृत’ की युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता के पुरस्कारों की घोषणा की गई है। 400 से अधिक प्रविष्टियों में से 8 कहानियों को चुना गया। प्रथम पुरस्कार सागर करोड़े को मिला। अगस्त में पुरस्कार समारोह होगा और चयनित कहानियाँ ‘कहानी विशेषांक’ में प्रकाशित की जाएँगी।
‘साहित्य अमृत’ द्वारा आयोजित 'युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता' के पुरस्कारों की घोषणा हेतु निर्णायक मंडल की बैठक 11 जुलाई को नई दिल्ली स्थित 'साहित्य अमृत' कार्यालय में हुई। इसमें निर्णायक मंडल के सदस्य सच्चिदानंद जोशी, राजकुमार गौतम एवं अलका सिन्हा तथा पत्रिका के संपादक लक्ष्मीशंकर वाजपेयी एवं संयुक्त संपादक डॉ. हेमंत कुकरेती ने भाग लिया।
पत्रिका प्रकाशन के तीस वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने के लिए 40 वर्ष तक के युवा हिंदी कहानीकारों से 'युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता' के लिए न्यूनतम 1000 शब्दों की मौलिक, अप्रकाशित या टंकित कहानियां आमंत्रित की थीं। इससे पूर्व 'युवा कहानी प्रतियोगिता' पहली बार वर्ष 2015 में आयोजित की गई थी।
इस वर्ष देश भर से प्राप्त 400 से अधिक प्रविष्टियों में से हरदा (म.प्र.) के सागर करोड़े की कहानी 'जमीन और आसमान' को 31,000 रुपये के प्रथम पुरस्कार, जालोर (राजस्थान) के खुशाल सिंह की कहानी 'चिड़िया' को 21,000 रुपये के द्वितीय पुरस्कार, पाली (राजस्थान) के विनोद कुमार दवे की कहानी ‘जीमण’ को 11,000 रुपये के तृतीय पुरस्कार तथा वाराणसी (उ.प्र.) के शिवम सिंह की कहानी ‘सहयोग’, चुरू (राजस्थान) की सुमन पारीख की कहानी ‘बुली की मुहब्बत’, दिल्ली के वैभव पी. सुमित्रा की कहानी ‘नया संकल्प’, मधुबनी (बिहार) के रवि कुमार झा की कहानी ‘केवलपुर का सूरज’ एवं कामासंद्रा (बेंगलुरु) के ऐश्वर्य मिश्रा की कहानी ‘झेलम’ को 5,100 रुपये के प्रोत्साहन पुरस्कार देने की घोषणा की गई।
पुरस्कार वितरण समारोह अगस्त में आयोजित किया जाएगा। ये पुरस्कृत कहानियाँ तथा कुछ अन्य श्रेष्ठ चयनित कहानियाँ साहित्य अमृत’ के अगस्त 2025 में 31वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर प्रकाश्य ‘कहानी विशेषांक’ में प्रकाशित की जाएँगी।