स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया में प्रसारित उन खबरों को स्पष्ट रूप से खारिज किया है, जिनमें दावा किया गया था कि मंत्रालय ने समोसा, जलेबी और लड्डू जैसे खाद्य पदार्थों पर चेतावनी लेबल लगाने का आदेश दिया है। मंत्रालय ने इसे भ्रामक, गलत और निराधार बताया है।
मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने केवल कार्यस्थलों पर स्वस्थ विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लॉबी, कैंटीन, कैफेटेरिया और मीटिंग रूम जैसे स्थानों पर बोर्ड लगाने की सलाह दी गई है। इन बोर्डों का उद्देश्य विभिन्न खाद्य पदार्थों में छिपे वसा और अतिरिक्त चीनी के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। यह पहल मोटापे से लड़ने के लिए दैनिक अनुस्मारक का काम करती है, जो देश में तेजी से बढ़ रहा है।
मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह परामर्श खाद्य विक्रेताओं द्वारा बेचे जाने वाले उत्पादों पर चेतावनी लेबल लगाने का आदेश नहीं देता और भारतीय पारंपरिक स्नैक्स के प्रति कोई चयनात्मक रवैया नहीं अपनाता।