नई दिल्ली, 22 जुलाई। प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष नवनीत सहगल का मानना है कि उनके ओटीटी चैनल वेव्स से एक क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। इसके माध्यम से देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोग स्वस्थ मनोरंजन के साथ-साथ अपनी भारतीय भाषाओं में सही समय पर सूचनाएं पा सकेंगे। स्वर्गीय बालेश्वर अग्रवाल की स्मृति में आयोजित एक सेमिनार में उन्होंने कहा कि प्रसार भारती नई तकनीकी अपनाते हुए अपनी संस्कृति को सहेज कर भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित करने में लगी है।
नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने वेव्स टीवी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह निःशुल्क है और इसमें उपलब्ध जानकारी कोई भी बिना किसी रोक-टोक के प्रयोग कर सकता है। यह 14 भारतीय भाषाओं में समाचारों और सूचनाओं को प्रस्तुत करता है। इतना ही नहीं तो स्वस्थ मनोरंजन की दृष्टि से इसमें एक समय के सर्वाधिक चर्चित हम लोग और बुनियाद जैसे अनेक धारावाहिक भी हैं जो दुनिया में कहीं भी बैठकर कभी भी देखे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम इस प्रयास में भी लगे हैं कि विश्व भर में जहां कहीं भी भारतीय लोग सूचनाओं की दृष्टि से कोई प्रयोग कर रहे हैं तो उन्हें भी हम अपना मंच प्रदान करें।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय ने इस बात की जरूरत बताई की दुनिया भर में जहां कहीं भी पत्रकारिता की दृष्टि से भारतीय भाषाओं के पत्र आदि निकले, उनका एक डाटा बैंक बने और उनसे सीधा संपर्क हो। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह भारतीय धरोहर को सहेजने की दृष्टि से गंभीर प्रयास कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विकासशील देशों का अनुसंधान और सूचना प्रणाली विषय पर गंभीर प्रतिवेदन प्रस्तुत किए गए। इसमें देश-विदेश से आए अनेक विद्वानों ने विश्वभर में भारतीय भाषाओं की पत्रकारिता पर शोध सामग्री प्रस्तुत की। जवाहर कर्नावट ने 27 देश के शोध में 1898 से लेकर अब तक की हिंदी पत्रकारिता का एक लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। इस आयोजन में गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि विश्वभर में रह रहे भारतीय समुदाय को भारत की सही-सही जानकारी मिले इस बात के प्रयास करने चाहिए।