नई दिल्ली — भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने चुनाव संबंधी गलत सूचनाओं और अफवाहों से प्रभावी ढंग से निपटने के उद्देश्य से आज एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला देश के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के कार्यालयों में कार्यरत मीडिया एवं संचार अधिकारियों के लिए आयोजित की गई।
कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी की उपस्थिति में हुआ।
उद्देश्य:
चुनाव आयोग के अनुसार, इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि:
-
चुनावी प्रक्रिया के बारे में सही, समयबद्ध और तथ्य-आधारित जानकारी जनता तक पहुँचे।
-
संविधान के अनुसार होने वाले चुनावों की पारदर्शिता और वैधता पर विश्वास बना रहे।
-
हाल ही में चुनावों को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों और गलत सूचनाओं से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
चुनाव आयोग ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि चुनावों से संबंधित भ्रामक सूचनाओं की बढ़ती घटनाओं के मद्देनज़र, इस कार्यशाला के ज़रिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सीईओ कार्यालयों की संचार क्षमताओं को मज़बूत करने पर ज़ोर दिया गया है।
क्या सिखाया गया:
कार्यशाला में अधिकारियों को:
-
सोशल मीडिया पर वायरल गलत सूचनाओं की तत्काल पहचान करने,
-
तथ्य-जांच (fact-checking) और आधिकारिक जानकारी के प्रसार की तकनीकें,
-
मीडिया से प्रभावी संवाद,
-
और जनसंपर्क रणनीतियाँ अपनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
चुनाव आयोग की यह पहल ऐसे समय में आई है जब डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर गलत जानकारी तेजी से फैलती है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता प्रभावित हो सकती है।
यह कार्यशाला चुनाव आयोग की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है जिसमें वह चुनावों को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने के लिए तकनीक और प्रशिक्षण दोनों का उपयोग कर रहा है। आयोग का लक्ष्य है कि जनता तक सिर्फ तथ्यों पर आधारित, विश्वसनीय जानकारी पहुँचे — चाहे वह मतदान से पहले हो या परिणामों के बाद।