नई दिल्ली में आयोजित प्रथम हरित हाइड्रोजन अनुसंधान एवं विकास सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने कहा कि भारत हरित हाइड्रोजन नवाचार के लिए एक वैश्विक केंद्र बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।
उन्होंने हरित हाइड्रोजन की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह ईंधन न केवल उन क्षेत्रों को कार्बन-मुक्त करने में मदद करेगा जिन्हें डिकार्बोनाइज करना सबसे चुनौतीपूर्ण है, बल्कि यह नए व्यावसायिक अवसर भी पैदा करेगा और एक स्वच्छ, सुरक्षित भविष्य के निर्माण में योगदान देगा।
मंत्री श्री नाइक ने यह भी दोहराया कि भारत 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत का राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन नवाचार, निर्माण और हाइड्रोजन तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देकर देश को इस क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी बनाएगा।