इस स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से दिए गए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी सुधारों की अगली पीढ़ी की घोषणा की थी, जो अब साकार होती दिख रही है। 3 सितंबर को जीएसटी परिषद द्वारा इन सुधारों को लागू करते हुए ज़रूरी वस्तुओं पर कर में बड़ी राहत दी गई, जिसका मकसद आम नागरिकों के जीवन को आसान बनाना है।
नई जीएसटी नीति के तहत सरकार ने कई आवश्यक वस्तुओं को पूरी तरह कर-मुक्त कर दिया है। अब दूध, बिना ब्रांड वाले चावल, गेहूँ, दालें और पहले से पैक खाद्य पदार्थ जैसे रोज़मर्रा की उपभोक्ता वस्तुओं पर कोई जीएसटी नहीं लगेगा। सभी प्रकार की ब्रेड को भी टैक्स फ्री कर दिया गया है, जिससे ये अब और अधिक किफ़ायती हो गई हैं।
स्वास्थ्य क्षेत्र में भी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब 33 जीवन रक्षक दवाओं को जीएसटी से पूरी तरह छूट दी गई है। वहीं, छात्रों की मदद के लिए स्टेशनरी की अधिकांश वस्तुओं को शून्य कर दर में शामिल किया गया है।
कपड़ा उद्योग में भी राहत दी गई है, जहाँ विशेष प्रकार के धागों को जीएसटी से मुक्त किया गया है।
इन नई सुधारों के ज़रिए सरकार ने आम लोगों के जीवन पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। यह निर्णय न केवल रोज़मर्रा की वस्तुओं को सस्ता बनाएगा, बल्कि देश में व्यापक सामाजिक और आर्थिक राहत भी प्रदान करेगा।