सीपी राधाकृष्णन ने आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की। वे इस महीने 9 तारीख को संपन्न हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार के रूप में विजयी हुए थे। राधाकृष्णन को 452 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी, इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने अपनी राजनीतिक यात्रा एक छात्र नेता के रूप में शुरू की थी। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) जैसे संगठनों में सक्रिय रहे और राजनीति को जनता की सेवा का माध्यम माना। वे दो बार कोयंबटूर से लोकसभा सदस्य चुने गए और झारखंड, तेलंगाना, महाराष्ट्र के राज्यपाल तथा पुडुचेरी के उपराज्यपाल भी रह चुके हैं।
कृषक और उद्योगपति के रूप में भी सक्रिय, राधाकृष्णन अपनी ईमानदारी, दूरदर्शिता और बेदाग सार्वजनिक जीवन के लिए जाने जाते हैं। उपराष्ट्रपति के रूप में पद ग्रहण करते हुए वे तमिलनाडु के इस पद पर आसीन होने वाले तीसरे नेता बन गए हैं।