नई दिल्ली, 15 नवंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने शनिवार को देशभर में अमृत नेटवर्क के व्यापक विस्तार की घोषणा करते हुए कहा कि अब लक्ष्य है कि देश के हर मेडिकल कॉलेज और हर जिला अस्पताल में अमृत फार्मेसी उपलब्ध कराई जाए, ताकि सस्ती दवाओं की पहुंच हर नागरिक तक सुनिश्चित हो सके।
नड्डा यहां भारत मंडपम में अमृत (उपचार के लिए किफायती दवाएं और विश्वसनीय प्रत्यारोपण) फार्मेसी के 10वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नड्डा ने कहा कि वर्ष 2014 में मोदी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ, सस्ती और सर्वसुलभ बनाने का संकल्प लिया था। इसी दृष्टि से जन औषधि और अमृत जैसी योजनाओं की परिकल्पना की गई, जिनका उद्देश्य नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण दवाएं रियायती दरों पर उपलब्ध कराना है।
उन्होंने बताया कि 2015 में शुरू हुए अमृत फार्मेसी कार्यक्रम ने आज एक दशक में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। वर्तमान में देशभर में 255 अमृत आउटलेट कार्यरत हैं और निकट भविष्य में इन्हें बढ़ाकर 500 तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। यह नेटवर्क न केवल बढ़ रहा है बल्कि ज्यादा कुशल और मजबूत भी हो रहा है।
नड्डा ने कहा कि अमृत फार्मेसी द्वारा 50 से 90 प्रतिशत तक की छूट पर दवाएं और इम्प्लांट उपलब्ध कराना बड़ी उपलब्धि है। अब तक 6.85 करोड़ से अधिक मरीज अमृत की सेवाओं से लाभान्वित हुए हैं। इसके अतिरिक्त 17 हजार करोड़ रुपये से अधिक की एमआरपी कीमत वाली दवाएं छूट पर प्रदान की गईं, जिससे मरीजों को कुल मिलाकर 8,500 करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई है। अमृत फार्मेसी के बारे में जन-जागरूकता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है, ताकि अधिक से अधिक नागरिक इस सुविधा का लाभ उठा सकें।
समारोह में नड्डा ने कहा, “हम सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। अमृत फार्मेसी नेटवर्क इसका सशक्त माध्यम है। एचएलएल पिछले 60 वर्षों से उत्कृष्ट सेवाएं दे रहा है और नया ईको-ग्रीन सिस्टम पूरी सप्लाई चेन को और अधिक स्मार्ट, तेज़ और कुशल बनाएगा।”
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन और स्वास्थ्य मंत्री नड्डा के मार्गदर्शन में अमृत पहल की शुरुआत हुई थी, जिसका उद्देश्य था- हर नागरिक के लिए गुणवत्तापूर्ण दवाओं की सस्ती और समान पहुंच सुनिश्चित करना। उन्होंने कहा कि “एचएलएल परिवार और अमृत नेटवर्क ने यह आश्वासन दिया है कि वे जोश, जुनून और जज़्बात- ऊर्जा और उत्साह के साथ इस नेटवर्क का निरंतर विस्तार, उन्नयन और सुदृढ़ीकरण करते रहेंगे।”
समारोह के दौरान नड्डा ने देशभर में 10 नए अमृत आउटलेट्स का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने अमृत आईटी – इको ग्रीन वर्जन 2.0 नामक उन्नत डिजिटल प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया, जो संचालन में पारदर्शिता, गति और दक्षता में सुधार लाएगा। कार्यक्रम में भारतीय डाक के सहयोग से कस्टमाइज्ड माई स्टैम्प का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर अमृत के दशकभर की उपलब्धियों, सफलता की कहानियों और प्रभाव को दर्शाती कॉफी टेबल बुक जारी की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में किफायती दवाओं की पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से मोबाइल फार्मेसी वैन को भी हरी झंडी दिखाई गई। साथ ही, नागरिकों को दवाओं की उपलब्धता, कीमत और निकटतम अमृत आउटलेट की जानकारी देने के लिए 24×7 नेशनल कॉन्टैक्ट सेंटर की शुरुआत की गई।
उल्लेखनीय है कि अमृत का संचालन करने वाला एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड, स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन मिनी रत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है। एचएलएल गर्भनिरोधक, अस्पताल उत्पाद, मेडिकल उपकरण, डायग्नोस्टिक सेवाएं (हिंदलैब्स), दवा खुदरा व्यवसाय (अमृत, एचएलएल फार्मेसी), ऑप्टिकल सेवाएं व स्वास्थ्य अवसंरचना विकास जैसी अनेक सेवाओं के साथ एक व्यापक स्वास्थ्य समाधान प्रदाता के रूप में कार्य करता है। देशभर में इसके 7 अत्याधुनिक कारखाने, 5 सहायक कंपनियां तथा एक कॉर्पोरेट अनुसंधान केंद्र संचालित हैं।
