तेलंगाना पुलिस की हैदराबाद साइबर क्राइम यूनिट ने iBomma और Bappam पाइरेसी रैकेट के कथित मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। यह नेटवर्क 65 से अधिक मिरर वेबसाइटों के विशाल तंत्र पर आधारित था, जिसकी वजह से तेलुगु फिल्म उद्योग को हज़ारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। जाँच में सामने आया कि आरोपी लाखों दर्शकों को पाइरेटेड साइटों से अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्मों की ओर मोड़ देता था, जिससे बड़े स्तर पर वित्तीय धोखाधड़ी और डेटा चोरी को बढ़ावा मिला।
हैदराबाद पुलिस आयुक्त वी.सी. सज्जनार ने बताया कि मुख्य आरोपी 39 वर्षीय रवि इमांडी—जो मूल रूप से विशाखापत्तनम का निवासी है और अब सेंट किट्स एंड नेविस का नागरिक है—को शहर के एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया। उसके दो सहयोगियों को इसी साल सितंबर में पकड़ा गया था। पुलिस के अनुसार, यह रैकेट नई रिलीज़ हुई तेलुगु फिल्मों को एचडी क्वालिटी में उपलब्ध कराने के लिए डोमेन और कई मिरर एक्सटेंशन का उपयोग करता था, जिससे फिल्म निर्माताओं और थियेटर मालिकों को भारी आर्थिक क्षति हुई।
जाँच में यह भी पता चला कि कंप्यूटर और बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई करने वाला रवि, पायरेसी शुरू करने से पहले हैदराबाद में एक वेब सर्विसेज फर्म चलाता था। उसने 2019 में कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान iBomma पोर्टल शुरू किया, जो जल्दी ही सबसे लोकप्रिय पाइरेसी साइटों में से एक बन गया और हर महीने लगभग 50 लाख यूज़र्स इसे विज़िट करते थे। पुलिस ने विभिन्न भाषाओं की करीब 21,000 फिल्मों से भरी हार्ड ड्राइव बरामद की हैं। आरोपी के खिलाफ मूवी पायरेसी, ऑनलाइन फ्रॉड और डेटा चोरी से जुड़ी चार अन्य एफआईआर भी दर्ज हैं।
