- यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 350 एकड़ भूमि पर बन रहा पहला मेडिकल डिवाइस एवं टॉय पार्क
नई दिल्ली, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस एवं टॉय पार्क यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण क्षेत्र में बनाया जा रहा है। इस पार्क को लेकर बुधवार को दिल्ली में रोड शो कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी व राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी ने किया।
राजधानी के एक फाइव स्टार होटल में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंदी ने कहा कि यमुना प्राधिकरण के दायरे में उद्योगों के लिए आने वाले समय में अपार संभावनाएं हैं। निवेशकों को हरसंभव मदद के लिए सरकार हर समय तैयार है। मेडिकल डिवाइस पार्क से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की नई औद्योगिक विकास नीति और शानदार कानून-व्यवस्था ने राज्य में औद्योगिक विकास के लिए नया परिवेश तैयार किया है।
नंदी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि आज दुनिया के निवेशकों की पहली पसंद नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र है। वे यहां अपनी इंडस्ट्रीज लगाने के लिए उत्सुक हैं। एक सवाल में उन्होंने कहा कि कोविड की लड़ाई के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हम आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ रहे हैं। गुप्ता ने मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना के बारे में बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार प्रोत्साहन यथा पूंजीगत ब्याज सब्सिडी, एसजीएसटी प्रतिपूर्ति, कागरे, ईपीएफ, उपयोगिता शुल्क आदि में छूट देगी।
इस मौके पर यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि यमुना प्राधिकरण मेडिकल डिवाइस पार्क में अब फार्मा को भी जोड़ने जा रहा है। यहां इनविट्रो डायग्नोस्टिक मेडिकल किट बनाने वाली कंपनियों को मौका दिया जाएगा। मेडिकल जांचों में इन किट की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। यमुना एक्सप्रेस-वे के पास उत्तर प्रदेश का यह पहला मेडिकल डिवाइस पार्क है। इसके लिए अन्य शहरों में ऐसे रोड शो आयोजित किए जाएंगे। यहां उद्योग लगाने के लिए तैयार फैक्टरी देने जा रहे हैं। कार्यक्रम में एआईएमईडी, फिक्की, एडीएमआई व एशोचेम प्रमुख भी शामिल हुई थीं।
उल्लेखनीय है कि यमुना प्राधिकरण ने इसके लिए सेक्टर-28 में 350 एकड़ भूमि विकसित करने की योजना बनाई है। प्राधिकरण ने पहले चरण के लिए योजना पिछले दिनों निकाली थी। 136 भूखंडों के लिए 173 आवेदन आये थे। मानक पूरा करने वाली 37 कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं। पार्क में सिरिंज से लेकर तमाम तरह के मेडिकल के उपकरणों का निर्माण किया जाएगा। यहां उद्योग लगाने वाली कंपनियों को सभी तरह की तमाम बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील
