बिहार आज अपना 113वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस अवसर पर बिहार के विभिन्न हिस्सों में खास आयोजन किए गए, जिसमें राजधानी पटना के गांधी मैदान में भव्य समारोह हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई नेताओं ने राज्य के नागरिकों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बिहारवासियों को राज्य स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि बिहार की धरती हमेशा से ज्ञान और विकास का केंद्र रही है। उनका विश्वास है कि बिहार के लोग अपनी मेहनत और संकल्प से विकसित बिहार और भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहारवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि बिहार वीरता और महान विभूतियों की भूमि है। यह राज्य विकास की महत्वपूर्ण यात्रा पर है और यहां के लोग इसके लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं। मोदी ने यह भी कहा कि बिहार के चौतरफा विकास के लिए केंद्र सरकार किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ेगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने बिहारवासियों को बधाई दी और कहा कि बिहार ने अपने ज्ञान, सांस्कृतिक विरासत और शौर्य के साथ देश को नेतृत्व और ऊर्जा प्रदान की है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बिहार को आत्मनिर्भरता और समृद्धि की ओर बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी बिहार के समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व की सराहना की और राज्यवासियों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बिहार को ज्ञान, दर्शन और अध्यात्म की भूमि बताते हुए इसके योगदान को महत्त्वपूर्ण बताया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों को बधाई दी और कहा कि बिहार का इतिहास गौरवमयी है। वर्तमान में हम बिहार के उज्जवल भविष्य की नींव रख रहे हैं, और इसके विकास में सभी का योगदान अहम है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने भी राज्यवासियों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दीं और बिहार को ज्ञान, संस्कृति, शौर्य और लोकतंत्र की भूमि बताया।
बिहार का स्थापना दिवस न केवल इस राज्य की गौरवमयी इतिहास को याद करने का अवसर है, बल्कि यह बिहार के विकास की दिशा और राज्यवासियों के योगदान का भी प्रतीक है।