सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड समेत देश के 18 शहरों में जल्दी संसदीय चुनाव की मांग को लेकर छात्रों के नेतृत्व में चल रहा विरोध प्रदर्शन और तेज़ हो गया है। हज़ारों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों और प्रमुख यातायात इंटरचेंजों को अवरुद्ध कर दिया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, छात्र और विपक्षी समूह संसद भवन के सामने लगे सरकार समर्थक तंबुओं को हटाने की भी मांग कर रहे हैं, जो राजधानी के अहम हिस्सों में रास्ता रोक रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने उन सभी लोगों की रिहाई की भी मांग की है जिन्हें बीते दो दिनों के प्रदर्शनों के दौरान हिरासत में लिया गया था। ये विरोध प्रदर्शन 25 जून को सरकार को दिए गए अल्टीमेटम की अवधि समाप्त होने के बाद शुरू हुए हैं।
हालांकि सरकार की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सर्बिया के आंतरिक मंत्री इविका डेसिक ने बताया कि बेलग्रेड में हुई झड़पों में 48 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और 77 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से 22 को आपातकालीन चिकित्सा की आवश्यकता पड़ी, जिनमें दो की हालत गंभीर है।
इस बीच, रूस ने इन प्रदर्शनों को लेकर चिंता जताई है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि मॉस्को स्थिति पर करीबी नज़र रखे हुए है और उम्मीद करता है कि विरोध शांतिपूर्ण ढंग से, देश के संविधान और कानूनों के अनुसार सुलझेगा। लावरोव ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि वे अपनी राजनीतिक आकांक्षाओं को साधने के लिए अन्य देशों की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करते हैं और "रंग-बिरंगी क्रांतियों" से सर्बिया को दूर रखने की चेतावनी दी।