संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने अफगानिस्तान में तालिबान शासन से आग्रह किया है कि वह सभी स्तरों पर लड़कियों की शिक्षा तक पहुंच तत्काल बहाल करे। एजेंसी ने चेतावनी दी है कि शिक्षा पर लगाए गए प्रतिबंधों ने लाखों लड़कियों को उनके घरों तक सीमित कर दिया है, जिससे वे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, बाल विवाह और कम उम्र में गर्भधारण जैसी गंभीर सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रही हैं।
यूनिसेफ के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यदि प्रतिबंध नहीं हटाए गए, तो 2025 के अंत तक 2.2 मिलियन से अधिक किशोर लड़कियां स्कूली शिक्षा से वंचित रह जाएंगी। एजेंसी ने शिक्षा के अधिकार को प्रत्येक लड़की के लिए सुनिश्चित करने की मांग की है — प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक।
यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा कि तालिबान के अगस्त 2021 में सत्ता में आने के बाद से लड़कियों की शिक्षा पर लगे प्रतिबंधों के चलते अफगान लड़कियों को गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं और बाल विवाह के मामलों में भी वृद्धि हो रही है।
एजेंसी ने तालिबान से अपील की है कि वह इन प्रतिबंधों को बिना किसी देरी के हटाए और हर लड़की को एक उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा पाने का अवसर दे।