हांगकांग, 28 नवंबर । दुनिया में अपनी निराली चमक और दमक के लिए विख्यात और 24 घंटे पूरी ऊर्जा के साथ दौड़ता हांगकांग अपने इतिहास की सबसे बड़ी आग त्रासदी से जूझ रहा है। परसों (26 नवंबर) आठ बहुमंजिला आवासीय इमारतों (टॉवर्स) में लगी आग में बढ़ते जनहानि के आंकड़ों को सुनकर लोग दहल गए। हांगकांग के शीर्ष अधिकारियों ने आज दोपहर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम सबको यह स्वीकार करना ही होगा कि अब तक 128 लोगों के शव मिल चुके हैं। इनमें से अधिकांश की पहचान करना असंभव है।
हांगकांग में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले द स्टैंडर्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि आज तड़के घटनास्थल से पांच शव और मिले। इनमें दो शव बच्चों के थे। दोपहर होते-होते शव मिलने की संख्या 94 से बढ़कर 128 हो गई। बचाव टीमें अभी भी जीवित लोगों की तलाश में धधक रहे टॉवर्स का चप्पा-चप्पा छान रहे हैं। अधिकारियों ने बताया इनमें से चार इमारतों की आग गुरुवार रात तक बुझाई जा चुकी थी। तीन इमारतों में दमकल विभाग के कर्मचारी कड़ी मशक्कत कर रहे थे। एक टॉवर को सुरक्षित बताया गया था। अधिकारियों का कहना है कि बचाव अभियान की आखिरी कोशिशों के बीच आज तड़के आग फिर भड़क गई और इलाका धुआं से भर गया। आग की चपेट में आए यह सभी टॉवर्स 'ताई पो के वांग फुक कोर्ट' क्षेत्र में हैं।
हांगकांग के सुरक्षा सचिव क्रिस टैंग पिंग-क्यूंग ने संवाददाता सम्मेलन में आशंका जताई कि अभी भी सुलगती बिल्डिंग्स के अंदर और भी लोग मिल सकते हैं। उन्होंने बताया कि बचाव दलों ने अब तक 108 शव बरामद किए हैं। 16 शव अभी भी टॉवर्स के अंदर हैं। बचाए गए लोगों में से चार की सांसें अस्पतालों में थम गईं। द स्टैंडर्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब तक सिर्फ 39 लोगों की ही आधिकारिक पहचान हो सकी है। टैंग ने कहा कि आग लगने के बाद से 467 लोगों के गुम होने की सूचना मिली है। इनमें से कुछ लोगों के अलग-अलग रिश्तेदारों ने अपने एक ही परिजन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसलिए लापता लोगों की संख्या कुछ कम हो सकती है। इस समय अस्पतालों में सिर्फ 79 लोग भर्ती हैं। सभी का इलाज चल रहा है।
इन आठ टॉवर्स में करीब 2,000 फ्लैट हैं। अधिकारियों ने कल बताया था कि इस संबंध में भवन निर्माण कंपनी के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें दो निदेशक और एक सलाहकार अभियंता है। स्वास्थ्य सचिव लो चुंग-माऊ का कहना है कि इस त्रासदी में बहुत से लोगों की मौत धुआं में दम घुटने से भी हुई है। गिरफ्तार अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
