भारत सरकार ने बाढ़ पूर्वानुमान और आपदा प्रबंधन को नई तकनीकी दिशा देते हुए आज एक वेब-आधारित एकीकृत प्रणाली — C-FLOOD (सी-फ्लड) — का शुभारंभ किया। नई दिल्ली में इस पोर्टल का उद्घाटन जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने किया।
क्या है C-FLOOD?
C-FLOOD एक एकीकृत बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली है, जो:
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गांव स्तर तक दो दिन पहले बाढ़ की जानकारी प्रदान करती है।
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राष्ट्रीय और क्षेत्रीय एजेंसियों से प्राप्त बाढ़ मॉडलिंग डेटा को एकीकृत करती है।
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आपदा प्रबंधन अधिकारियों के लिए निर्णय लेने में सहायक उपकरण के रूप में काम करती है।
वर्तमान कवरेज:
फिलहाल यह प्रणाली भारत की तीन प्रमुख नदी घाटियों —
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महानदी
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गोदावरी
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तापी — को कवर करती है।
मंत्री का निर्देश:
मंत्री सी. आर. पाटिल ने इस अवसर पर संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए कि:
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C-FLOOD को व्यापक रूप से प्रचारित किया जाए ताकि जनता की जागरूकता और तैयारियां बेहतर हो सकें।
- एक ऐसी व्यापक योजना तैयार की जाए, जिससे देश की सभी प्रमुख नदी घाटियों को इस प्रणाली में शामिल किया जा सके।
टेक्नोलॉजी और मिशन:
यह परियोजना भारत के राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन के तहत लागू की गई है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा है।
C-FLOOD का शुभारंभ भारत के बाढ़ प्रबंधन और आपदा प्रतिक्रिया ढांचे को सशक्त बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी और तकनीकी पहल है। इससे न केवल जान-माल की हानि कम होगी, बल्कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पूर्व-चेतावनी प्रणाली को नया बल मिलेगा।