मानसून का मौसम जहां राहत लेकर आता है, वहीं डायबिटीज के मरीजों के लिए यह कई चुनौतियां भी पैदा कर सकता है। नमी और बदलता तापमान शरीर की इम्यूनिटी को प्रभावित कर सकता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना और संक्रमण से बचना बेहद जरूरी हो जाता है। आइए जानते हैं कि मानसून में डायबिटीज को कैसे संभाला जा सकता है:
1. इम्यूनिटी बढ़ाने वाला खाना खाएं
बारिश के मौसम में स्ट्रीट फूड खाने की इच्छा तो होती है, लेकिन डायबिटीज के रोगियों को इससे बचना चाहिए। इन खाद्य पदार्थों में बैक्टीरिया के पनपने की संभावना अधिक होती है, जिससे संक्रमण हो सकता है।
क्या खाएं:
-
घर का बना ताजा खाना
-
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ (जैसे – आंवला, तुलसी, अदरक)
-
पकी हुई सब्जियां
-
अच्छी तरह धोए गए फल व सब्जियां
2. पैरों की विशेष देखभाल करें
मानसून में नमी के कारण डायबिटीज मरीजों को फंगल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है।
क्या करें:
-
पैरों को सूखा और साफ रखें
-
गीले मौजे न पहनें
-
नंगे पैर न चलें
-
आरामदायक और सूखे जूते पहनें
-
नाखूनों को साफ और ट्रिम रखें
3. ब्लड शुगर की नियमित जांच करें
बारिश के मौसम में तापमान और नमी के कारण शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता बदल सकती है। इससे ब्लड शुगर लेवल ऊपर-नीचे हो सकता है।
ध्यान रखें:
-
दिन में कम से कम एक बार शुगर चेक करें
-
खानपान और एक्सरसाइज की नियमितता बनाए रखें
-
किसी भी लक्षण (जैसे – चक्कर, कमजोरी) को नजरअंदाज न करें
4. घर में रहकर भी करें व्यायाम
बारिश के कारण बाहर जाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप एक्टिव न रहें।
क्या करें:
-
घर के अंदर 20-30 मिनट की हल्की कसरत करें
-
योग, स्ट्रेचिंग, वॉकिंग या सीढ़ियों पर चढ़ना
-
बारिश बंद होने पर बाहर टहलने जाएं
5. हाइड्रेटेड रहें
मानसून में शरीर से पसीना कम निकलता है, जिससे प्यास कम लगती है। लेकिन शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी है, वरना ब्लड शुगर लेवल प्रभावित हो सकता है।
क्या पिएं:
-
भरपूर मात्रा में पानी
-
हर्बल टी
-
नींबू या तुलसी वाला इन्फ्यूज्ड पानी
-
कैफीन और मीठे ड्रिंक्स से बचें
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। डायबिटीज से जुड़ी किसी भी दिक्कत या इलाज के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
अगर चाहें तो मैं इसका एक शॉर्ट वीडियो स्क्रिप्ट या सोशल मीडिया पोस्ट फॉर्मेट भी तैयार कर सकता हूँ।