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प्रधानमंत्री मोदी ने घाना की संसद को संबोधित किया, भारत को बताया दुनिया की प्रगति का आधार स्तंभ

Date : 03-Jul-2025

नई दिल्ली, 3 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को घाना की संसद को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने वैश्विक संस्थानों में सुधार, लोकतंत्र को सशक्त बनाने और वैश्विक दक्षिण की प्रगति के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने के नाते भारत को दुनिया की प्रगति का आधार स्तंभ बताया और कहा कि मजबूत भारत अधिक स्थिर और स्मृद्ध विश्व में सहयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक दक्षिण की आवाज के बिना वैश्विक स्तर पर प्रगति पाना संभव नहीं है।

वैश्विक संस्थानों में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्व नई और जटिल समस्याओं से जूझ रहा है। इसमें जलवायु परिवर्तन, महामारी, आतंकवाद और सायबर सुरक्षा जैसी चुनौतियां शामिल हैं। ऐसे में पिछली शताब्दी में बनाए गए संस्थान आज कुछ नहीं कर पा रहे हैं। वर्तमान की चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के लिए जिम्मेदार और प्रभावी सुधार जरूरी हैं।

प्रधानमंत्री ने भारत और घाना के ऐतिहासिक संबंधों को लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार बताया। उन्होंने कहा कि भारत और घाना के इतिहास की पृष्ठभूमि औपनिवेशिक शासन की पीड़ा से जुड़ी है, लेकिन दोनों देशों की आत्मा हमेशा स्वतंत्र और निर्भीक रही है। उन्होंने घाना को लोकतंत्र, गरिमा और संकल्प की भूमि बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लिए लोकतंत्र कोई प्रणाली नहीं, बल्कि एक संस्कार है। यह भारतीय समाज को हज़ारों वर्षों से प्रेरणा देता रहा है। उन्होंने भारत को नवाचार और प्रौद्योगिकी का केंद्र बताया और कहा कि यहां वैश्विक कंपनियां आकर काम करना चाहती हैं।

प्रधानमंत्री ने भारत-अफ्रीका संबंधों को लोकतंत्र, समावेश और नवाचार पर आधारित बताया। साथ ही कहा कि भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी समय की मांग हैं। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर पारिस्थितिक तंत्रों के निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विविधता उसकी शक्ति है। देश में 2,000 से अधिक राजनीतिक दल, 22 आधिकारिक भाषाएं और हजारों बोलियां हैं।

उन्होंने स्मरण कराया कि भारत के चंद्रमा पर उतरने के दिन भी वे अफ्रीका में थे और आज जब एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में प्रयोग कर रहा है, तब भी वे अफ्रीका में हैं।

उन्होंने बताया कि भारत शीघ्र ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। भारत वैश्विक नवाचार और स्टार्टअप का केंद्र बन चुका है, और ‘विश्व की फार्मेसी’ के रूप में प्रतिष्ठित है। महिलाओं की भागीदारी विज्ञान, उड्डयन और खेल जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय स्थिति में है।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों पांच देशों की यात्रा पर हैं। घाना दौरे के दौरान उन्हें देश के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भारत और घाना ने इस यात्रा में अपने संबंधों को व्यापक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने की घोषणा की है।

 
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