प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी विशिष्ट राजनेता के रूप में पहचान और वैश्विक नेतृत्व में प्रभावशाली भूमिका के लिए घाना के सर्वोच्च राजकीय सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान घाना की राजधानी अकरा में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रदान किया गया, जो दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का प्रतीक है।
प्रमुख बिंदु:
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प्रधानमंत्री मोदी ने अकरा के जुबली हाउस में घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
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दोनों नेताओं ने भारत-घाना संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदलने का निर्णय लिया।
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बैठक के बाद चार समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए, जिनमें सांस्कृतिक आदान-प्रदान और पारंपरिक संगीत जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
सम्मान समारोह:
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प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी दी गई।
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घाना सरकार ने उन्हें अपने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान किया, जो किसी विदेशी नेता को दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है।
मोदी का वक्तव्य:
संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,
“भारत और घाना के बीच साझेदारी सिर्फ आर्थिक या राजनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और मानवीय आधार पर भी मजबूत हो रही है। हम इस रिश्ते को एक समग्र और दीर्घकालिक सहयोग में बदलना चाहते हैं।”
यह यात्रा न केवल भारत-घाना संबंधों को नई ऊर्जा प्रदान करती है, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और नेतृत्व की वैश्विक मान्यता का भी प्रतीक है।