पटना/अररिया/सीतामढ़ी 10 सितम्बर। नेपाल में 'जेन जी' के प्रदर्शन के बाद उत्पन्न हुये राजनीतिक संकट के बाद नेपाली सेना ने कमान ले ली है। भारत-नेपाल सीमा जोगबनी से लेकर विराटनगर तक नेपाली सेना लगातार गश्त (पेट्रोलिंग) कर रही है। अनिश्चितकाल के लिए तराई के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जिसके कारण लोग अपने घरों में ही रहने को मजबूर हैं।
बिहार में नेपाल से लगी सीमाई इलाके से लेकर विराटनगर, दुहबी, इटहरी, धरान, राजविराज, कप्तानगंज, दीवानगंज और रंगेली आदि स्थानों पर नेपाल सेना की गाड़ियां दौड़ रही हैं और माइकिंग कर अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगे होने की सूचना देने के साथ ही घरों में रहने क् लिए कहा जा रहा है।
नेपाली सेना ने बुधवार सुबह सड़क पर वाहनों की साथ निकलते हुए बाजार में खुले दुकानों और प्रतिष्ठानों को बंद करवाया। दुकानदारों और कारोबारियों को दुकान और प्रतिष्ठान बंद रखने की हिदायत नेपाली सेना के द्वारा दी गई।
इधर, नेपाल के हालात को लेकर भारतीय सीमा को सील कर दिया गया। सीमा पर बड़ी संख्या में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों को तैनात किया गया है। एसएसबी जवानों के द्वारा बॉर्डर पर सघन पेट्रोलिंग कराई जा रही है।
अररिया के जिलाधिकारी अनिल कुमार, पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार, एसएसबी 56वीं बटालियन के कमांडेंट शाश्वत कुमार और एसएसबी 52वीं बटालियन के कमांडेंट महेन्द्र प्रताप अररिया से सटे अलग-अलग सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। भारत-नेपाल सीमा से सटे थानों और आउट पोस्ट्स के पुलिस हाई अलर्ट पर रहते हुए भारतीय सीमा क्षेत्र में लगातार गश्ती कर रहे हैं।
बिहार में सीतामढ़ी जिले से सटे नेपाल के जलेश्वर जेल तोड़ने वाली घटना को लेकर सीतामढ़ी की जिलाधिकारी रिची पाण्डेय ने कहा कि जेल ब्रेक की घटना के बाद एसएसबी, पुलिस और सभी जांच एजेंसियों के बीच बैठक हुई। नेपाल से सटे इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पूरी सीमा पर सुरक्षाकर्मी लगातार गश्त कर रहे हैं। नेपाल की ओर से लोगों की आवाजाही को रोक दिया गया है। केवल एम्बुलेंस और नेपाल में फंसे भारतीयों के किसी तरह बॉर्डर पर पहुंचने के बाद उनका पहचान पत्र देखकर उन्हें प्रवेश करने दिया जा रहा है।
नेपाल सेना के हाथ कमान मिलने के बाद सीमा पर स्थित ध्वस्त पुलिस चौकी और चेकपोस्ट आदि को दुरुस्त किया जा रहा है। भारत नेपाल सीमा पर हर आने-जाने वाले लोगों की जांच और प्रवेश को लेकर आउट पोस्ट आदि को सेना के जवान मजदूरों के साथ व्यवस्थित करने में जुटे हैं। भारतीय क्षेत्र में एसएसबी के जवान सभी हालातों पर नजर रखते हुए मुख्यालय को हर पल की जानकारी मुहैया करा रहे हैं।
एसएसबी 56वीं बटालियन के कमांडेंट शाश्वत कुमार ने बताया कि एसएसबी पूरी तरह से मुस्तैद है। सीमा पर जवान लगातार नजर बनाए हुए हैं।कहीं से भी नेपाली नागरिकों को प्रवेश नहीं होने दिया जा रहा है। अत्यावश्यक सेवाओं के तहत जांच पड़ताल, पहचान पत्र और उनकी इंट्री को कलमबद्ध करने के बाद ही प्रवेश करने दिया जा रहा है। उन्होंने किसी भी प्रकार की उपद्रव से निबटने को लेकर एसएसबी जवानों और अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखने की बात कही।
अररिया के जिलाधिकारी अनिल कुमार ने नेपाल के हालात को लेकर किसी भी भारतीय को परेशान नहीं होने की बात कही। उन्होंने कहा कि कहीं से भी किसी तरह की कोई अप्रिय सूचना नहीं है। सीमा पूरी तरह से सुरक्षित है। खुद उन्होंने एसपी के साथ खुले सीमा के साथ ही जोगबनी मुख्य सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने की बात कही। नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों को निकाले जाने के सवाल पर कहा कि नेपाल में भारतीय दूतावास के द्वारा हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
अररिया के पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने भी जिले से सटी सीमा के पूरी तरह सुरक्षित होने की बात कही। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मी और पुलिस जवान पूरी तरह से चौकन्ने हैं। इन सबके बीच भारत सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में स्थिति पूरी तरह सामान्य होने तक भारतीयों के नेपाल में प्रवेश नहीं करने की अपील की गयी है।