प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे ताकि भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से हुई तबाही का प्रत्यक्ष आकलन किया जा सके। सर्वेक्षण के बाद प्रधानमंत्री देहरादून में एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की जाएगी।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर राज्य प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा और तैयारियों की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
इस मानसून सीजन में उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी, बागेश्वर और टिहरी जैसे जिलों में अत्यधिक बारिश और भूस्खलन के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई स्थानों पर सड़कें, पुल और बिजली-पानी जैसी बुनियादी सुविधाएँ भी बाधित हुई हैं।
प्रधानमंत्री के इस दौरे से उम्मीद की जा रही है कि राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों को तेज़ी मिलेगी और केंद्र व राज्य सरकार के बीच समन्वय मजबूत होगा, जिससे प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सकेगी।