बिलासपुर 5 नवंबर । छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गतौरा स्टेशन के पास लालखदान क्षेत्र में मंगलवार को कोरबा पैसेंजर ट्रेन एक ट्रैक में खड़ी मालगाड़ी से जोरदार टक्कर हो गई जिसमें लोको पायलट इंजन का पूरा हिस्सा मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया। इस भयावह हादसे में मंगलवार की देर रात तक मृतकाें की संख्या 8 या 9 थी जाे अब तक बढ़कर 11 हाे गई है, वहीं 20 से ज्यादा लोग घायल हैं।
सीपीआरओ विपुल कुमार ने बुधवार काे इसकी पुष्टि करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घायल यात्रियों का इलाज रेलवे अस्पताल, सिम्स और अपोलो में जारी है। रेस्क्यू टीम ने कई यात्रियों को बोगी से सुरक्षित निकाला। पैसेंजर ट्रेन की बोगी को गैस कटर से भी काटा गया है। बोगी में फंसे सभी लोगों को निकाला गया। हादसे में बच्चे, महिलाएं शामिल हैं। देर रात तक रेस्क्यू टीम का बचाव अभियान जारी रहा। जिसमें 3 लोगों के शव भी निकाले गए। रेलवे की तरफ से जांच की बात कही जा रही है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार शाम करीब 4:00 बजे हुई यह दुर्घटना हुई।
10 घंटे से ज्यादा चला रेस्क्यू ऑपरेशन, ट्रैक सुधारने में जुटी टीम
हादसे के बाद 10 घंटे से ज्यादा समय तक रेलवे, जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी रही। इस दौरान एक-एक कर बोगी में फंसे मृतकों और घायल यात्रियों को बाहर निकाला। इस दौरान रेलवे के सुरक्षा और टेक्निकल विभाग की टीम रेलवे ट्रैक को सुधारने में लगे रहे। शाम करीब सात बजे से ही रेलवे ने एक ट्रैक पर परिचालन शुरू कर दिया था। जबकि, मिडिल लाइन को भी देर रात चालू कर लिया गया। जिसके बाद भी क्रेन यान की मदद से बचाव कार्य चल रहा था।
मालगाड़ी को टक्कर मारने के बाद मेमू लोकल के इंजन और उससे लगा हुआ महिला आरक्षित बोगी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया । इस दौरान अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए बोगी और सीट को कटर से काटना पड़ा। रात करीब 10 बजे तक 8 शव निकाल लिए गए थे। जबकि, एक घायल ने रेलवे अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं, तीन यात्री बोगी में फंसे हुए थे, जिन्हें निकालना मुश्किल हो रहा था। लिहाजा, देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान ट्रेन की बोगी को क्रेन की मदद से रेलवे साइड पर लाया गया, जिसके बाद क्रेन और कटर की मदद से ही बोगी की खिड़कियों और सीटों को अलग कर तीनाें शवाें काे भी बाहर निकाला गया।
