नई दिल्ली, 15 नवंबर । केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने 44वें इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (आईआईटीएफ) में इलेक्ट्रा़ॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के पवेलियन का शनिवार को उद्घाटन किया। यहां के भारत मंडपम स्थित इस पवेलियन में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और डिजिटल इंडिया से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक कई नए अनुभव देखे।
मंत्रालय के अनुसार, पवेलियन को तीन हिस्सों में तैयार किया गया है। डिजिटल इंडिया, इंडिया एआई और मायगव जोन आगंतुकों को भारत की डिजिटल क्षमताओं और एआई के सुरक्षित व लाभकारी उपयोग की झलक दिखाते हैं। इस बार का सबसे बड़ा आकर्षण इंडिया एआई जोन है। यह जोन 2026 में होने वाले इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट की तैयारी का हिस्सा है और इसमें भारत की कार्रवाई से प्रभाव तक की यात्रा दिखाई गई है।
मंत्री जितिन प्रसाद ने एआई मिशन के अनुभव क्षेत्र का दौरा किया और इंटरैक्टिव स्क्रीन के माध्यम से एआई कोष, वास्तविक एआई अनुप्रयोग, भविष्य के कौशल, स्टार्टअप, कंप्यूट क्षमता और सुरक्षित एआई जैसी प्रमुख पहलों को देखा। उन्होंने युवाओं और इंडिया एआई टीम से बातचीत कर उन्हें नवाचार जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
पवेलियन में इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट 2026 से जुड़ी कई प्रमुख पहलें भी प्रदर्शित की गईं। ग्लोबल इम्पैक्ट चैलेंजेस में छह करोड़ रुपये तक के पुरस्कार और मेंटरशिप की सुविधा उपलब्ध है। एआई फॉर ऑल पहल समाजोपयोगी एआई प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा देती है। एआई बाई हर पहल में महिला उद्यमियों को एआई स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के मौके मिलते हैं। 13 से 21 वर्ष के युवाओं के लिए उन्नति और विकास विद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कार्यक्रम है, जिसमें युवा एआई आधारित समाजोपयोगी प्रोजेक्ट बना सकते हैं। रिसर्च सिम्पोजियम ऑन एआई में भारत और ग्लोबल साउथ के शोधकर्ता एआई से जुड़े शोध प्रस्तुत करेंगे।
मंत्रालय ने बताया कि इंडिया एआई आईईए कॉल फॉर एब्स्ट्रैक्ट्स ऊर्जा क्षेत्र में एआई के प्रभाव पर आधारित केसबुक के लिए शोध भी सिखाएगा। एआई एक्सपो शोकेस में वैश्विक एआई तकनीकों और समाधानों की झलक दिखाई जा रही है। इंडिया एआई टिंकरप्रेन्योर कार्यक्रम कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए राष्ट्रीय एआई बूटकैंप है, जो बुनियादी एआई कौशल और सामाजिक नवाचार को बढ़ावा देता है।
