भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज शाम 5:35 बजे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से LVM3-M5 रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया। यह रॉकेट भारत का अब तक का सबसे भारी संचार उपग्रह CMS-03 लेकर गया। यह LVM3 लॉन्चर की पाँचवीं परिचालन उड़ान थी।
लगभग 4,400 किलोग्राम वज़न वाला CMS-03 उपग्रह को भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (GTO) में स्थापित किया गया। यह उपग्रह भारत तथा आस-पास के समुद्री क्षेत्रों में बहु-बैंड संचार सेवाएँ प्रदान करेगा। इसका उपयोग नागरिक और सामरिक दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाएगा — जिससे सुरक्षित डेटा, ध्वनि और वीडियो संचार को सशक्त बनाया जा सकेगा।
इसरो के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने मिशन की सफलता पर वैज्ञानिकों को बधाई दी और कहा कि यह प्रक्षेपण भारत की बढ़ती क्षमता और भारी उपग्रह प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसरो टीम को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह उपलब्धि भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र की "उत्कृष्टता और नवाचार" की मिसाल है।
यह मिशन भारत के संचार नेटवर्क को मजबूत करने के साथ-साथ देश की अंतरिक्ष उपलब्धियों की यात्रा में एक और गौरवपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
