Quote :

" लक्ष्य निर्धारण एक सम्मोहक भविष्य का रहस्य है " -टोनी रॉबिंस

Editor's Choice

NO EXCUSES – THE POWER OF SELF-DISCIPLINE BY BRIAN TRACY – HINDI BOOK SUMMARY

Date : 19-Oct-2022

 ज्यादातर लोग इसे समझ नहीं पाते और हल्के में लेते हैं। जबकि यह एक ऐसी क्षमता है, जिसे डेवलप करने में आपकी जिंदगी खतम हो जाती है।

यह एक ऐसी किताब है जो आपके सोचने का तरीका बदल देगी। अगर आपसे पूछा जाए कि  आपका सबसे वैल्युएबल असेट क्या है? तो आपका जवाब क्या होगा? बैंक बैलेंस, प्रॉपर्टी या रिलेशन? हो सकता है आप इन तीनों में एक चुनेंगे। लेकिन ऑथर कुछ और ही कहते हैं। You are your most valuable asset. जी हां सही सुना आपने। आप खुद अपना सबसे वैल्युएबल असेट हैं। आपका जीवन, आपकी काबिलियत और आपके अंदर की अपार संभावनाएं आपकी सबसे बेहतरीन संपति है। 

आपके अंदर सीखने, तरक्की करने और अपनी क्षमता को बढ़ाने की अपार शक्ति है। अगर आप चाहें तो सत्तर साल की अवस्था में भी सब कुछ सीख सकते हैं और याद भी रख सकते हैं। 

EARNING ABILITY IS YOUR MOST VALUABLE FINANCIAL ASSET

ऑथर कहते हैं,  आपका सबसे कीमती फाइनेंशियल असेट आपकी अर्निंग एबिलिटी है। अर्थात कमाने की क्षमता या गुण। आपका घर, गाड़ी या बैंक अकाउंट, सब खतम हो सकता है। लेकिन यदि आपके अंदर अर्निंग एबिलिटी है, तो आप उसे कुछ महीनों या सालों में वापस बना सकते हैं।

ज्यादातर लोग इसे समझ नहीं पाते और हल्के में लेते हैं। जबकि यह एक ऐसी क्षमता है, जिसे डेवलप करने में आपकी जिंदगी खतम हो जाती है। जितनी भी शिक्षा आपने हासिल किया, आपका जो भी अनुभव है, और आपने जो भी कठिन परिश्रम किया, वह केवल इसी कला को सीखने के लिए किया है। आपकी अर्निंग एबिलिटी आपके मसल की तरह है। यदि आप रेगुलर एक्सरसाइज नहीं करते,  तो आपका शरीर कमजोर पड़ जाता है। ठीक इसी तरह यदि आप लगातार खुद को अपग्रेड नहीं करते, तो आपकी अर्निंग एबिलिटी खतम हो जाती है। 

IF YOU ARE A PUBLIC SECTOR COMPANY

आप खुद की काबिलियत को एक कंपनी की तरह देखिए। और सोचिए, आप इस कंपनी के प्रेसिडेंट हो। यदि कोई आपकी कंपनी का शेयर खरीदता है, तो उसे फायदा होगा या नुकसान? क्या आप इस कंपनी में किसी को इन्वेस्ट करने की सलाह देंगे? आपकी जिस हैबिट ने, जिस काबिलियत ने आपको यहां तक पहुंचाया है, वह आपको कहीं और नहीं पहुंचाएगा। इसलिए खुद को अपग्रेड करो। 

FINANCIAL INEQUALITY

दुनिया की 80% दौलत 20% लोगों के पास है, और उसमें भी 33% केवल 1% लोगों के पास है। जबकि ज्यादातर अमीर लोग फर्स्ट जेनरेशन में हैं। तो भी इतनी बड़ी inequality क्यों है? यह एक सच्चाई है, की आपसे बेहतर कोई नहीं है। फिर भी यदि आप असफल हैं तो जाहिर सी बात है, आपने ऐसा कुछ नहीं किया जो सफल लोगों ने किया। जो आपसे बेहतर हैं वो जानते हैं, की आगे बढ़ने के लिए सीखना कितना आवश्यक है।

NO EXCUSES – EVERYTHING IS LEARNABLE

हर प्रकार की कला सीखी जा सकती है। बिजनेस भी सीखने का विषय है। और कुछ भी सीखने के लिए सेल्फ डिसिप्लिन और कंसिस्टेंसी की आवश्यकता होती है। तो अगर आप सफल होना चाहते हैं तो निर्णय करो, आपको क्या करना है। अपना स्किल डेवलप करो। 

सफल लोगों की तरह सोचो। 

§  वो कैसे बात करते हैं? 

§  कैसे उठते बैठते हैं?

§  कैसे कपड़े पहनते है? 

§  किन लोगों से मिलते हैं? 

§  अपना दिन या खाली समय कैसे बिताते हैं?

§  कौन सी किताबें पढ़ते हैं? 

§  और क्या सीखते हैं?

§  उनका व्यवहार कैसा है? 

सब कुछ अपने जीवन में उतार लो। आप उन गलतियों को मत दोहराओं जो आपके माता – पिता ने किया है। आप वो करो जो टॉप 20% लोग करते हैं। जो भी सलाह उनसे हासिल होता है, उसे अपने जीवन में उतारो।ऐंड फाइनल टेक अवे…. 

या तो करो या मत करो, लेकिन बहाने मत बनाओ। 

अपने अनमोल दिमाग को बात बनाने पर मत खर्च करो, की क्यों आपने किसी काम को नहीं किया और क्यों यह आपका सही निर्णय था। So no excuses – Be responsible of your actions. असफल लोग बहाने बनाते हैं और सफल लोग तरक्की करते हैं।

 

 

लेखक- ब्रजेश उपाध्याय 

 

 

 

 
RELATED POST

Leave a reply
Click to reload image
Click on the image to reload









Advertisement