नई दिल्ली, 13 नवंबर । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने की नेशनल कॉन्फ्रेंस की मांग पर कांग्रेस की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। चुघ ने कांग्रेस से अपना रुख स्पष्ट करने का आग्रह करते हुए कहा कि उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पाकिस्तान के आईएसआई-संचालित एजेंडे के साथ जुड़ती दिख रही है।
बुधवार को पार्टी सदस्यता अभियान की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में तरुण चुघ ने कहा कि कांग्रेस ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है, जनता यह जानने की हकदार है कि क्या कांग्रेस इस पाकिस्तान समर्थित एजेंडे का समर्थन करती है। ऐसे समय में जब जम्मू-कश्मीर के लोग विकास और प्रगति पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं का सक्रिय रूप से समर्थन कर रहे हैं, एनसी-कांग्रेस गठबंधन इसके बजाय एक विभाजनकारी एजेंडे को बढ़ावा दे रहा है. जो अलगाववाद और आतंकवाद को बढ़ावा देने का जोखिम उठाता है।
चुघ ने भारत की अखंडता से समझौता करने के उद्देश्य से उनके "नापाक उद्देश्यों" की निंदा की, और इस बात पर जोर दिया कि ऐसी कार्रवाइयों को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हाल के विधानसभा सत्र अनुत्पादक रहे हैं, लगातार व्यवधान के कारण विकास के मुद्दों पर सार्थक चर्चा नहीं हो पा रही है। चुघ ने उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा कि उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर के विकास को प्राथमिकता देनी चाहिए। इसकी बजाय वह लोगों को गुमराह कर रहे हैं और एक नेता के रूप में अपनी मौलिक जिम्मेदारियों की उपेक्षा कर रहे हैं। राष्ट्र नेशनल कॉन्फ्रेंस के असंवैधानिक प्रयासों को करीब से देख रहा है।