केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कर्नाटक के शिवमोगा जिले में विकास परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण नहीं मिलने के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आरोपों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को 11 एवं 12 जुलाई को कार्यक्रम का दो निमंत्रण पत्र भेजा गया था। एक पत्र कार्यक्रम की अध्यक्षता के लिए और दूसरा आभासी रूप से शामिल होने के लिए था।
गडकरी ने एक्स पर 11 एवं 12 जुलाई को भेजे गए निमंत्रण पत्रों को साझा किया। उन्होंने लिखा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को 11 जुलाई 2025 को कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के लिए एक आधिकारिक निमंत्रण भेजा गया था। कार्यक्रम संबंधी किसी भी संभावित चुनौती को ध्यान में रखते हुए 12 जुलाई को एक और पत्र भेजा गया जिसमें उनसे आभासी उपस्थिति का अनुरोध किया गया था।
शिवमोगा के नेहरू मैदान में सोमवार को आयोजित समारोह में गडकरी ने सिगंदूर पुल का उद्घाटन किया। कार्यक्रम को लेकर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया था कि उन्हें इस कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं भेजा गया। सिद्धारमैया ने कहा कि उन्होंने गडकरी को फोन किया था और उनसे कार्यक्रम स्थगित करने का अनुरोध किया था। गडकरी ने कहा था कि वे इसे स्थगित कर देंगे, लेकिन अब स्थानीय भाजपा नेताओं के दबाव में वे कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
सिद्धारमैया ने आरोप लगाया था कि उनको इस कार्यक्रम का कोई निमंत्रण नहीं मिला था। हम हमेशा रेलवे की परियोजनाओं में सहयोग करते हैं। वे हमें इन कार्यक्रमों के लिए आमंत्रित करते हैं, लेकिन यहां प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है। विरोध स्वरूप हममें से किसी ने भी कार्यक्रम में भाग नहीं लिया।