प्रधानमंत्री समेत तमाम नेताओं ने हादसे पर शोक जताया, मुख्यमंत्री ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
झालावाड़, 25 जुलाई। राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक के दांगीपुरा थाना क्षेत्र में पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक सरकारी स्कूल की जर्जर इमारत का एक हिस्सा ढह गया। हादसे में सात बच्चों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक बच्चे घायल हैं। मलबे में दबे बच्चों को शिक्षकों और ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया। सभी घायलों को मनोहरथाना अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि फिलहाल घायल बच्चो को सही समय पर इलाज दिलाना ही प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सभी घायलों का सरकारी खर्च पर इलाज कराया जाएगा और मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। दिलावर घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। मनोहरथाना अस्पताल के डॉ. कौशल लोढ़ा के अनुसार अस्पताल में घायल बच्चों को लाया गया था, जिनमें से कई की हालत नाजुक थी।
दांगीपुरा थाना अधिकारी विजेंद्र सिंह के अनुसार हादसे के समय कक्षा में कुल 32 बच्चे मौजूद थे, जो मलबे में दब गए थे। एक शिक्षक को भी चोटें आई हैं, हालांकि उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है। चार बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो बच्चों की मृत्यु अकलेरा अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। एक बालिका ने झालावाड़ जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।
जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने कहा कि मलबे में दबे सभी बच्चों को निकाल लिया गया है। कुछ अस्पताल में हैं या उन्हें घर पहुंचा दिया है। इस तरीके के हादसे को रोकने के लिए हम दृढ़ संकल्प हैं। भविष्य में कोई हादसा नहीं हो हम कोशिश करेंगे। शिक्षा विभाग को हमारे निर्देश थे, कोई भी ऐसा स्कूल हो, जहां पर इस तरीके के हादसे होने की संभावना है, उन स्कूलों में छुट्टी कर दें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत समेत कई नेताओं ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए एक्स पोस्ट में लिखा कि घायलों की हरसंभव मदद की जा रही है।
धर्मेन्द्र प्रधान ने लिखा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से बात कर बचाव कार्यों का जायजा लिया। राहत और बचाव कार्य जारी है एवं घायल बच्चों के उपचार के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल भवन लंबे समय से जर्जर स्थिति में था और इसकी मरम्मत के लिए कई बार शिकायतें की गई थीं, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। हादसे के समय दोनों शिक्षक स्कूल भवन के बाहर थे। बारिश के दौरान कक्षा की छत गिरने से मलबे में दबे बच्चों को तुरंत बाहर निकालने का कार्य शुरू किया गया। राहत एवं बचाव कार्य के लिए प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गई थी।