हिमाचल में 26-31 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट, 153 मौतों के साथ 1,436 करोड़ का नुकसान | The Voice TV

Quote :

सपनों को हकीकत में बदलने से पहले, सपनों को देखना ज़रूरी है – डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम

National

हिमाचल में 26-31 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट, 153 मौतों के साथ 1,436 करोड़ का नुकसान

Date : 25-Jul-2025

शिमला, 25 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। 26 जुलाई से 31 जुलाई तक लगातार छह दिन कई जिलों में येलो अलर्ट लागू किया गया है। 26 जुलाई को मंडी, शिमला और सिरमौर, 27 जुलाई को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी, 28 जुलाई को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर, 29 जुलाई को हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला, जबकि 30 और 31 जुलाई को भी भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।

प्रदेश में मानसून के चलते इस सीजन में अब तक भारी तबाही हुई है। 20 जून से अब तक हुई बारिश और आपदाओं में 153 लोगों की मौत हो चुकी है, 252 लोग घायल हुए हैं और 34 लोग अभी भी लापता हैं। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 31 लोगों की मौत और 27 लोग लापता हुए हैं। कांगड़ा में 22, चंबा में 17, कुल्लू में 15, शिमला और ऊना में 11-11, हमीरपुर और सोलन में 10-10, किन्नौर में 9, बिलासपुर में 8, लाहौल-स्पीति में 5 और सिरमौर में 4 लोगों की मौत हुई है।

प्रदेश में अब तक 1,291 मकानों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें से 414 घर पूरी तरह ढह गए हैं। सबसे ज्यादा मंडी जिले में 978 मकानों को नुकसान हुआ, जिनमें 375 घर पूरी तरह गिर गए। मौजूदा मानसून सीजन में 21,500 पोल्ट्री पक्षियों और 1,376 पशुओं की भी मौत दर्ज की गई है।

अब तक की सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल को इस मानसून में करीब 1,436 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को 700 करोड़ रुपये और जलशक्ति विभाग को 494 करोड़ रुपये का हुआ है।

भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के चलते प्रदेश के कई क्षेत्रों में जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। शुक्रवार शाम तक राज्य में एक नेशनल हाईवे समेत 221 सड़कें अभी भी बंद हैं। मंडी जिले में एनएच-70 मंडी-कोटली मार्ग सहित कुल 144 सड़कें बंद हैं। कुल्लू जिले में 48 सड़कें अवरुद्ध हैं। इसके अलावा प्रदेश में 56 बिजली के ट्रांसफार्मर और 139 पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। अकेले मंडी जिले में 30 ट्रांसफार्मर और 78 पेयजल योजनाओं पर असर पड़ा है, जबकि कांगड़ा जिले के धर्मशाला और नूरपुर उपमंडलों में 68 पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं।

बीते 24 घंटों में सिरमौर जिले के जतौन बैरेज में सबसे ज्यादा 54 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। पांवटा साहिब में 41, कुफरी और सुंदरनगर में 23-23, पच्छाद में 19, धौलाकुआं में 18, पंडोह में 14, शिमला में 13 और सोलन में 9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है।

 
RELATED POST

Leave a reply
Click to reload image
Click on the image to reload

Advertisement









Advertisement