भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए अपना पहला आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जीत लिया। नवी मुंबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराया। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ दीप्ति शर्मा और शेफाली वर्मा के शानदार प्रदर्शन ने भारत को रोमांचक जीत दिलाई।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 298 रन बनाए, जिसमें शेफाली वर्मा ने 87 रनों की शानदार पारी खेली। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने 299 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय मुकाबले में पकड़ बना ली थी, लेकिन दीप्ति शर्मा की सटीक गेंदबाजी ने खेल का रुख बदल दिया। उन्होंने 9.3 ओवर में 39 रन देकर 5 विकेट चटकाए, जिनमें दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वोल्वार्ड्ट का अहम विकेट भी शामिल था।
शेफाली वर्मा को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच, जबकि दीप्ति शर्मा को पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया।
विजेता भारतीय टीम को करीब ₹37.3 करोड़ की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया, जो अब तक की सबसे अधिक राशि है और पिछली बार की तुलना में 239% की वृद्धि दर्शाती है। इस ऐतिहासिक सफलता ने न केवल महिला क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाई है, बल्कि भारत में महिला खेलों के विकास को नई गति दी है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम इंडिया को इस ऐतिहासिक जीत पर हार्दिक बधाई दी।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि यह जीत महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी और खिलाड़ियों के साहस व समर्पण ने पूरे देश को गर्व महसूस कराया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “शानदार जीत” बताते हुए कहा कि भारतीय टीम का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में असाधारण टीमवर्क और दृढ़ता का उदाहरण रहा है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और गृह मंत्री अमित शाह ने भी टीम को बधाई देते हुए कहा कि भारतीय महिला क्रिकेटरों ने देश का नाम रोशन किया है और पूरे भारत का दिल जीत लिया है।
