प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तमिलनाडु के कोयंबटूर में दक्षिण भारत प्राकृतिक कृषि शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य प्रख्यात जैविक किसान स्वर्गीय नम्मालवार द्वारा प्रोत्साहित प्राकृतिक खेती की पद्धति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना है। शिखर सम्मेलन में लगभग 5,000 किसानों के भाग लेने की उम्मीद है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों से संवाद करेंगे और 10 उत्कृष्ट किसानों को सम्मानित करेंगे। इसके साथ ही वे 9 करोड़ किसानों के लिए 18,000 करोड़ रुपये की 21वीं पीएम-किसान किस्त भी जारी करेंगे। तीन दिवसीय यह शिखर सम्मेलन 21 नवंबर को समाप्त होगा।
कोयंबटूर, जिसे दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कहा जाता है, को इस अवसर के लिए पूरी तरह सजाया गया है। सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाओं में भी बदलाव किए गए हैं—मुख्य अविनाशी रोड दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी, जबकि सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक शहर में ट्रकों के प्रवेश पर रोक रहेगी। कोयंबटूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और दोपहर 12 से 3 बजे तक निजी वाहनों और कॉल टैक्सियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
2024–25 के सरकारी विश्लेषण के अनुसार भारत का कुल निर्यात मूल्य 2,43,042 करोड़ रुपये आँका गया है। वहीं 2023–24 के आँकड़ों के अनुसार तमिलनाडु 9.18% कृषि उत्पादन के साथ देश में तीसरे स्थान पर है। मसालों में 1.95%, पुष्प उत्पादन में प्रथम, पशुधन में 13.96%, फलों में 6.50%, सब्ज़ियों में 4.62% और बागान फसलों में 25.40% हिस्सेदारी के साथ राज्य महत्वपूर्ण योगदान देता है। शिखर सम्मेलन में कृषि विशेषज्ञ उत्पादन बढ़ाने तथा खाद्य उत्पादों के निर्यात पर अपने अनुभव और सुझाव साझा करेंगे।
