विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे निर्धारित समय के अनुसार परीक्षाएँ आयोजित करें और विद्यार्थियों को अंतिम डिग्री तथा प्रमाणपत्र समय पर उपलब्ध कराएँ। आयोग ने स्पष्ट किया कि विलंब की स्थिति में छात्रों को रोजगार और अन्य अवसरों से वंचित होना पड़ता है, क्योंकि इससे उनकी योग्यता का समय पर प्रमाण न मिल पाने से उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
यूजीसी ने कहा कि विद्यार्थियों को प्रॉस्पेक्टस में दिए गए शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार परीक्षा और परिणाम प्राप्त करने का अधिकार है। इसके साथ ही, छात्रों को परिणाम घोषित होने के 180 दिनों के भीतर डिग्री उपलब्ध कराई जानी चाहिए। आयोग ने यह भी चेतावनी दी कि नियमों का पालन न करने वाले संस्थानों के विरुद्ध वह दंडात्मक कार्रवाई करने का अधिकार रखता है।
