नई दिल्ली, 27 नवंबर । उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और पीलीभीत के बीच चलने वाली 15009 डाउन/15010 अप एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन बरेली के इज्ज़तनगर तक बढ़ा दिया गया और जल्द ही पीलीभीत से अमृतसर के लिए रेल संपर्क दिया जाएगा।
रेल, सूचना प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने रेल मंत्रालय से वर्चुअल माध्यम से पीलीभीत बरेली एवं पूरनपुर में रेलवे स्टेशनों पर आयोजित कार्यक्रम में हरी झंडी दिखा कर गाड़ी को विस्तारित गंतव्य के लिए रवाना किया। कार्यक्रम में पूरनपुर के विधायक बाबूराम पासवान एवं बरेली के सांसद छत्रपाल गंगवार मौजूद थे।
इस मौके पर रेल मंत्री वैष्णव ने वीडियोलिंक के माध्यम से कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि वह जल्द ही पीलीभीत से पंजाब में अमृतसर एवं अन्य शहरों के लिए रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए कदम उठाएंगे। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने 2014 के बाद से उत्तर प्रदेश के लिए रेल बजट का आवंटन 1109 करोड़ रुपये से बढ़ा कर 19858 करोड़ रुपये तक कर दिया है। उत्तर प्रदेश में 157 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है जिनमें 48 स्टेशन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। उत्तर प्रदेश में 2014 के बाद से करीब 5272 किलोमीटर लाइनें बिछायीं गयीं हैं। शत-प्रतिशत विद्युतीकरण किया गया है। 1660 फ्लाईओवर या अंडरपास बनाये गये हैं। 771 स्टेशनों पर वाई-फाई कनेक्टिविटी दी गयी है। राज्य में आज 34 वंदे भारत एक्सप्रेस एवं 26 अमृत भारत एक्सप्रेस गाड़ियां चल रहीं हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार के सहयोग से 48 लंबित परियोजनाएं पूरी हाे पायीं हैं जो दशकों से अटकी पड़ीं थीं। भूमि अधिग्रहण एवं पर्यावरण संबंधी स्वीकृतियां रेल परियोजनाओं में बड़ी बाधाएं होतीं हैं। योगी सरकार ने इस बारे में रेलवे की खूब मदद की है। उन्होंने कहा कि रेलवे ने लखीमपुर-पीलीभीत, पीलीभीत-शाहजहांपुर लाइनों का अमान परिवर्तन किया और इसमें आपदारोधी बुनियादी ढांचा तैयार किया गया है।
इससे पहले जितिन प्रसाद ने रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने पीलीभीत के लिए रेल परियोजनाओं में उदारता दिखाई है। इसके लिए पीलीभीत की जनता कृतज्ञ रहेगी।
