चीन के ‘कृत्रिम सूर्य’ का रिकॉर्ड! 1 हजार सेकंड तक रहा गर्म, तापमान पहुंचा 10 करोड़ डिग्री ! Date : 24-Jan-2025 चीन ने हाल के वर्षों में अपने 'कृत्रिम सूर्य' प्रयोग पर काम किया है, जिसका उद्देश्य भविष्य में क्लीन ऊर्जा प्राप्त करना है। चीन के एक्सपेरीमेंटल एडवांस्ड सुपरकंडक्टिंग टोकामाक (EAST) फ्यूजन एनर्जी रिएक्टर ने 1,000 सेकंड तक अपने प्लाज्मा को बनाए रखा और तापमान को 10 करोड़ डिग्री सेल्सियस तक पहुंचाया। इसे 'कृत्रिम सूर्य' इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह रिएक्टर सूर्य के अंदर होने वाली परमाणु संलयन प्रक्रिया की नकल करता है। इसमें हाइड्रोजन और ड्यूटेरियम जैसी गैसों को ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है, और यह प्रयोग वैज्ञानिकों को 'असीमित क्लीन ऊर्जा' के करीब पहुंचने में मदद कर सकता है। 2023 में, इस रिएक्टर ने 403 सेकंड तक प्लाज्मा को बनाए रखा, जो अब तक का सबसे लंबा समय है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस ऊर्जा का उपयोग भविष्य में व्यावसायिक रूप से किया जा सकेगा, लेकिन अभी भी इस प्रक्रिया को और बेहतर बनाने की जरूरत है ताकि परमाणु संलयन अपनी ऊर्जा लंबे समय तक बनाए रख सके। चीन के वैज्ञानिक इस प्रयोग पर 2006 से काम कर रहे हैं और अब तक सैकड़ों परीक्षण किए जा चुके हैं। इसके अलावा, चीन ने नई पीढ़ी के फ्यूजन रिसर्च फैसिलिटी का निर्माण भी शुरू कर दिया है। परमाणु संलयन ऊर्जा को क्लीन ऊर्जा का स्रोत माना जाता है, क्योंकि यह किसी भी ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन नहीं करता और इससे कोई खतरा नहीं है। यदि यह ऊर्जा मानव उपयोग के लिए उपलब्ध हो सके, तो यह दुनिया भर के देशों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।