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सरकार ने IndiaAI मिशन के लिए 10 करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन किया

Date : 06-Mar-2025

भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है, जिससे विश्व स्तरीय AI अवसंरचना और स्टार्ट-अप्स तथा इनोवेटर्स के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण हो रहा है। IndiaAI मिशन और AI के लिए उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना जैसी पहलों के माध्यम से देश का AI पारिस्थितिकी तंत्र सशक्त हो रहा है, जो नवाचार और आत्मनिर्भरता के लिए रास्ता खोल रहा है। ये प्रयास 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं, जो आर्थिक विकास, शासन और सामाजिक प्रगति के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का लाभ उठाएगा।

2024 में IndiaAI मिशन की स्वीकृति के साथ, सरकार ने AI क्षमताओं को सुदृढ़ करने के लिए अगले पांच वर्षों में 10,300 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। इस मिशन का प्रमुख फोकस 18,693 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPU) से लैस एक उच्च-स्तरीय सामान्य कंप्यूटिंग सुविधा का निर्माण है, जो इसे वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी AI कंप्यूट अवसंरचनाओं में से एक बना देता है। GPU की आपूर्ति के लिए 10 कंपनियों का चयन किया गया है, जो एक मजबूत और विविध आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करती हैं। भारत अगले तीन से पाँच वर्षों के भीतर अपना खुद का GPU विकसित करने का लक्ष्य भी रखता है, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी। इसके साथ ही, देश सेमीकंडक्टर निर्माण को भी बढ़ावा दे रहा है, जिसमें पांच सेमीकंडक्टर संयंत्र निर्माणाधीन हैं।

AI विकास में डेटा के महत्व को समझते हुए, मोदी सरकार ने उच्च गुणवत्ता वाले डेटासेट तक आसान पहुँच प्रदान करने के लिए इंडियाAI डेटासेट प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया है। इसके अलावा, सरकार ने नई दिल्ली में हेल्थकेयर, कृषि और संधारणीय शहरों में तीन AI उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए हैं। इस वर्ष के बजट में, सरकार ने 500 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ शिक्षा में AI के लिए एक नया उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है। सरकार भारतीय आवश्यकताओं के अनुरूप समस्या-विशिष्ट AI समाधान और बड़े भाषा मॉडल्स के विकास को बढ़ावा दे रही है।

भारतजेन, जो कि दुनिया की पहली सरकारी वित्त पोषित मल्टीमॉडल एलएलएम पहल है, पिछले साल दिल्ली में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य भाषा, भाषण और कंप्यूटर विज़न में आधारभूत मॉडलों के माध्यम से सार्वजनिक सेवा वितरण और नागरिक जुड़ाव को सुधारना है।

व्हीबॉक्स द्वारा जारी इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2024 का अनुमान है कि भारत का AI उद्योग 2025 तक 28.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच जाएगा, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर 45 प्रतिशत होगी। AI-कुशल कार्यबल में 2016 से 2023 तक भारी वृद्धि हुई है, जिससे भारत सिंगापुर, फ़िनलैंड, आयरलैंड और कनाडा के साथ सबसे तेज़ी से बढ़ते AI प्रतिभा केंद्रों में से एक बन गया है।

 
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