आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर भले ही सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी वर्ल्ड में खूब चर्चाएं हो रही हों, लेकिन भारत में इसका इस्तेमाल अब भी शुरुआती चरण में है। Google और मार्केट रिसर्च कंपनी Kantar द्वारा किए गए एक ताजा सर्वे के मुताबिक, भारत में 60% से अधिक लोग अब भी AI से परिचित नहीं हैं, और केवल 31% लोगों ने ही अब तक किसी जनरेटिव AI टूल का इस्तेमाल किया है।
रिपोर्ट की मुख्य बातें:
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यह रिपोर्ट Google के पहले "Gemini Day India" कार्यक्रम में पेश की गई।
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अध्ययन में 8,000 युवाओं को शामिल किया गया, जिनकी उम्र 18 से 44 वर्ष थी।
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प्रतिभागी भारत के टियर-1 और टियर-2 शहरों से थे, जिनमें पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल थे।
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सर्वेक्षण को दो भागों में बांटा गया:
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AI को लेकर जागरूकता और उपयोग को मापा गया।
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Google Gemini के प्रभाव का विश्लेषण किया गया।
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भारतीय भाषाओं में बढ़ रही है Gemini की पकड़:
Google के अनुसार, उनका Gemini Live टूल फिलहाल 9 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, और भविष्य में इसे 100 से अधिक भाषाओं में विस्तार देने की योजना है।
रिपोर्ट में शामिल Gemini यूज़र्स के अनुभव:
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93% ने बताया कि इससे उनकी प्रोडक्टिविटी बढ़ी है।
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95% ने कहा कि उन्हें इससे नई क्रिएटिव सोच मिली।
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80% को यह जटिल निर्णय लेने में मददगार लगा।
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69% ने इसे नए स्किल्स सीखने में सहायक बताया।
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77% को इससे क्रिएटिव या प्रोफेशनल लक्ष्य पाने में मदद मिली।
ChatGPT की अब भी सबसे अधिक लोकप्रियता:
हालांकि भारत में Gemini के यूज़र आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन ग्लोबल स्तर पर इसके यूज़र्स की संख्या 35 करोड़ (350 मिलियन) तक पहुंच गई है।
इसके बावजूद, यह अब भी OpenAI के ChatGPT (60 करोड़ यूज़र्स) और Meta AI के 50 करोड़ यूज़र्स से पीछे है।
AI की दुनिया में Google Gemini तेजी से आगे बढ़ रहा है, खासकर भारतीय भाषाओं में इसकी मौजूदगी इसे और खास बनाती है। हालांकि, भारत में AI को लेकर जागरूकता और उपयोग में अब भी काफी संभावनाएं मौजूद हैं।