भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री मंगलवार को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से एक्सिओम स्पेस के चौथे मानव अंतरिक्ष मिशन—एक्सिओम-4 (Ax-4)—पर रवाना होंगे। यह मिशन भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि यह 1984 में राकेश शर्मा की सोयुज यात्रा के बाद पहली बार किसी भारतीय नागरिक की अंतरिक्ष में वापसी का प्रतीक बनेगा।
करीब 28 घंटे की उड़ान के बाद, Ax-4 दल भारतीय समयानुसार बुधवार रात 10 बजे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंचेगा। इस मिशन में शुभांशु शुक्ला पायलट की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि मिशन की कमान अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन के पास है। उनके साथ हंगरी के अंतरिक्ष विशेषज्ञ टिबोर कापू और पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की भी शामिल हैं।
ISS पर 14 दिन के प्रवास के दौरान शुक्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्कूली छात्रों और वैश्विक अंतरिक्ष उद्योग के प्रतिनिधियों से संवाद करने वाले हैं। वे इस दौरान जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) और इसरो द्वारा विकसित विशेष खाद्य व पोषण प्रयोगों का संचालन भी करेंगे, जिसे नासा का सहयोग प्राप्त है।
भारत सरकार ने इस मिशन में इसरो के माध्यम से लगभग ₹550 करोड़ रुपये का निवेश किया है। शुभांशु शुक्ला का यह मिशन आने वाले गगनयान मिशन (2027 में प्रस्तावित) के लिए महत्वपूर्ण अनुभव और बुनियाद तैयार करेगा।