अब रूस में बैन हो सकते हैं WhatsApp और Telegram! चैटिंग के लिए लॉन्च होगा नया ऐप ‘Vlad’s App’ | The Voice TV

Quote :

बड़ा बनना है तो दूसरों को उठाना सीखो, गिराना नहीं - अज्ञात

Science & Technology

अब रूस में बैन हो सकते हैं WhatsApp और Telegram! चैटिंग के लिए लॉन्च होगा नया ऐप ‘Vlad’s App’

Date : 13-Jun-2025

अगर आप WhatsApp या Telegram जैसे मैसेजिंग ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं और अंतरराष्ट्रीय यात्रा करते हैं, तो रूस से आई ये बड़ी खबर आपके लिए अहम हो सकती है। रूसी सरकार अब इन विदेशी मैसेजिंग ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है और इसके स्थान पर एक नया सरकारी ऐप लॉन्च करने जा रही है, जिसका नाम होगा ‘Vlad’s App’। इस ऐप का नाम राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नाम पर रखा गया है और इसका उद्देश्य है रूस में ‘डिजिटल संप्रभुता’ को बढ़ावा देना।

क्या है ‘Vlad’s App’?

‘Vlad’s App’ सिर्फ मैसेजिंग ऐप नहीं होगा। इसे रूस की डिजिटल सेवाओं से पूरी तरह जोड़ा जाएगा। इस ऐप के माध्यम से यूजर्स:

  • दस्तावेजों पर डिजिटल हस्ताक्षर कर सकेंगे

  • ऑनलाइन पेमेंट कर पाएंगे

  • एजुकेशनल पोर्टल्स तक पहुंच बना सकेंगे

  • अन्य सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे

सरकार का दावा है कि यह सब कुछ यूजर्स की सहमति से किया जाएगा।

क्यों हटाए जाएंगे WhatsApp और Telegram?

रूसी सांसद सर्गेई बोयार्स्की के अनुसार, यह कदम विदेशी और असुरक्षित ऐप्स के स्थान पर स्थानीय और सुरक्षित विकल्प पेश करने के लिए उठाया जा रहा है। यह रूस के डिजिटल आत्मनिर्भरता अभियान का हिस्सा है, जो पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते साइबर तनाव और प्रतिबंधों के चलते और तेज हो गया है।

कब होगा लागू?

इस ऐप को रूस की संसद (स्टेट ड्यूमा) से मंजूरी मिल चुकी है। अब सिर्फ राष्ट्रपति की औपचारिक स्वीकृति बाकी है। इसके बाद विदेशी ऐप्स पर प्रतिबंध लागू किया जा सकता है और Vlad’s App को आधिकारिक रूप से लॉन्च कर दिया जाएगा

क्या होगा इसका असर?

अगर ये पाबंदी लागू होती है तो करोड़ों रूसी यूजर्स को मजबूरन ‘Vlad’s App’ का इस्तेमाल करना पड़ेगा। इससे रूस का डिजिटल माहौल और अधिक नियंत्रित और बंद हो सकता है — कुछ हद तक चीन की तर्ज पर।

आलोचना भी हो रही है

जहां सरकार इस ऐप को सुरक्षित और सहमति-आधारित बता रही है, वहीं डिजिटल अधिकारों के पैरोकार इसे राज्य की निगरानी और सेंसरशिप का एक और जरिया मान रहे हैं। उनका मानना है कि इससे नागरिकों की निजता पर खतरा बढ़ेगा और स्वतंत्र अभिव्यक्ति पर अंकुश लग सकता है।

रूस का यह कदम न केवल देश की डिजिटल दिशा को बदलेगा, बल्कि वैश्विक इंटरनेट से उसके अलगाव को और गहरा कर सकता है। आने वाले समय में यह देखने लायक होगा कि रूस की यह नीति दुनिया भर में किस तरह की प्रतिक्रिया उत्पन्न करती है।

अगर आप रूस की यात्रा की योजना बना रहे हैं या वहां रहते हैं, तो मैसेजिंग ऐप को लेकर यह बड़ा बदलाव आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।

 
RELATED POST

Leave a reply
Click to reload image
Click on the image to reload

Advertisement









Advertisement