हेडक्वार्टर इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के तत्वावधान में काम करने वाली डिफेंस साइबर एजेंसी ने 'साइबर सुरक्षा' नामक साइबर सुरक्षा अभ्यास शुरू किया है। यह अभ्यास 16 जून को शुरू हुआ और 27 जून तक चलेगा।
'साइबर सुरक्षा' एक बहु-चरणीय पहल है जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर साइबर लचीलापन बढ़ाना है। यह विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की एजेंसियों और रक्षा हितधारकों से 100 से अधिक प्रतिभागियों को एक साथ लाता है। इस अभ्यास को वास्तविक दुनिया के साइबर खतरों का अनुकरण करने और प्रतिभागियों की गतिशील, गेमीफाइड वातावरण में उनका जवाब देने की क्षमता का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। संरचित प्रशिक्षण को व्यावहारिक चुनौतियों के साथ जोड़कर, यह सुरक्षित प्रथाओं को सुदृढ़ करने और प्रतिभागियों के विश्लेषणात्मक और रक्षात्मक कौशल को तेज करने का प्रयास करता है।
इस अभ्यास की एक प्रमुख विशेषता मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों (सीआईएसओ) के सम्मेलन को शामिल करना है, जिसे तकनीकी निष्पादन और नेतृत्व की भूमिकाओं के बीच की खाई को पाटने के लिए एकीकृत किया गया है। सम्मेलन में साइबर सुरक्षा क्षेत्र के प्रख्यात वक्ताओं द्वारा चर्चा की जाएगी और इसका समापन एक व्यापक टेबल-टॉप अभ्यास के साथ होगा, जिसका उद्देश्य वरिष्ठ नेतृत्व की रणनीतिक तत्परता को बढ़ाना है।
'साइबर सुरक्षा' रक्षा साइबर एजेंसी द्वारा निरंतर साइबर सतर्कता सुनिश्चित करने और राष्ट्रीय रक्षा अवसंरचना के सभी स्तरों पर सुरक्षा-प्रथम संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है। एजेंसी उच्च स्तर की तैयारियों को बनाए रखने और उभरते साइबर परिदृश्य में सहयोगी रक्षा को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के अभ्यासों को एक नियमित विशेषता बनाने की भी योजना बना रही है।