प्रेरक प्रसंग:- रेखाओं से शिक्षा Date : 03-Sep-2024 स्वामी रामतीर्थ जब प्राध्यापक थे, तब उन्होंने एक दिन अपने छात्रों के सामने काले तख्ते पर खड़िया से एक रेखा खींचकर कहा, “इसे बिना मिटाए छोटी करके दिखाओ |” एक कुशाग्रबुद्धि बालक ने उसी रेखा के समीप एक दूसरी बड़ी रेखा खींच दी और पहले खिँची हुई रेखा को बिना मिटाए ही छोटा करके दिखा दिया | इस पर रामतीर्थ बड़े ही प्रसन्न हुए और उन्होंने कहा, “छात्रों, यही क्रम तुम्हें अपने जीवन में अपनाना है यदि तुम बड़े बनना चाहते हो, तो इसके लिए अपने आसपास के लोगों को पीछे धकेलने की जरूरत नहीं है | तुम बड़े काम करो और बड़े बनो | तब दूसरे तुमसे छोटे दिखाई देने लगेंगे |