आरबीआई का कहना है कि 2000 रुपए के नोट की छपाई को 2018-19 से बंद है. सिस्टम में जितने नोट मौजूद हैं, उन्हें ही सर्कुलेशन के लिए रखा गया है. बाकी जो नोट फट या गल जाते हैं वो सिस्टम में वापस चले जाते हैं. इनकी जगह नए नोट बाजार में नहीं आए. वहीं, दूसरी तरफ सरकार ने जाली करेंसी को रोकने के लिए भी इनका सर्कुलेशन कम किया है. क्योंकि, काफी बड़ी संख्या में 2000 रुपए (2000 Rupee note) के नकली नोट पकड़े जा रहे थे.
तीन मुख्य कारण:-
1) RBI का कहना है कि साल 2017 में नोटबंदी के बाद तात्कालिक लिक्विडिटी को बनाए रखने के लिए 2000 के नोट को लाया गया था. RBI क्लीन नोट पॉलिसी के तहत 4-5 साल पुराने 2000 के नोटों को बाहर किया
(2) 2000 का नोट 2018-19 में RBI ने छापना बंद कर दिया था.
(3) फिलहाल ज्यादातर लोग 2000 के नोटों का रोजमर्रा में इस्तेमाल नहीं कर रहे थे.
नोट 30 सितंबर तक बैंक में जमा कर सकते हैं...एक बार में 2000 रुपये के नोट पर 20,000 की कैपिंग है. इसका मतलब साफ है कि आप एक बार में 20 हजार रुपये की बैंक में जमा कर सकते हैं.
बैंकों को 2000 का नोट जारी न करने के निर्देश दिए गए है. बैंक तत्काल प्रभाव निर्देश पर अमल करें. 2000 के करीब 89% नोट मार्च 2017 में जारी किए गए थे .31 मार्च 2023 तक `2000 के नोट की कुल वैल्यू 3.62 लाख करोड़ रुपये है. 3.62 लाख करोड़ रुपये में से कुल 10.8% नोट चलन में हैं.