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शरीर को सुंदर बनाने के अलावा बढ़ती आयु के प्रभाव को भी रोकता है योग , जानिए योग के चमत्कारिक गुण

Date : 19-Jun-2023

 यदि आप अपने शरीर को डिटॉक्सीफाई करना चाहते हैं और अपनी मांस पेशियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तथा जिन्दगी के रोजमर्रा के तनाव से मुक्ति चाहते है तो आप केवल योग और प्राणायाम कीजिए।

योग से चेहरे पर असली आभा का निखार (Yoga also gives beautiful body) आता है और आपकी रंगत भी निखार आती है तथा आपका चेहरा और व्यक्तित्व वाकई में आकर्षक और मनमोहक दिखने लगते हैं।

 

रोज़ सुबह प्राणायाम , अनुलोम विलोम(Anulom Vilom) ,शीर्षासन (Shirshasana) ,मत्स्यासन (Matsyasana) से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं जिससे शरीर की पाचन प्रणाली सामान्य हो जाती है और रक्त का बहाब सही हो जाता है जिसके परिणाम स्वरुप त्वचा में खिंचाव आता है , झुर्रियां हट जाती हैं और आप सुन्दर और स्वस्थ दिखने लगते हैं ।
योग आसनों से आप गहरी नींद पा सकते हैं , कोर्टिसोल स्तर कम हो जाता है , कोलेजन में वृद्धि होती है जिससे आपकी स्वास प्रणाली मजबूत होती है , आपके जोड़ों को चिकनाहट मिलती है , आपकी मांस पेशियां मजबूत होती हैं। योग में सांस लेने वाली क्रियायों तथा शरीर के विभिन्न आसनों से हार्मोन्स सन्तुलित होते हैं तथा आंतडीयों में जमा गन्दगी बाहर आ जाती है जिससे हम हल्का और स्वस्थ महसूस करते हैं जिसे आंतरिक सौन्दर्य का नाम दिया जाता है।
मेरा यह मानना है अगर आप शारीरिक रूप से सुन्दर हैं तो आपका (Yoga also gives beautiful body) सौन्दर्य चेहरे पर स्वभाबिक रूपसे झलकेगा। कुछ योग आसनों के नियमित अभ्यास से आप प्राकृतिक सुन्दरता , दमकती त्वचा तथा शारीरिक आकर्षण ग्रहण कर सकते है। वास्तव में अगर आप योग साधना (yoga practice) को अपने जीवन से जोड़ लें तो शरीर को स्वस्थ्य रखने के साथ ही प्राकृतिक तौर पर स्थाई रूप से सुन्दर तथा प्रभावशाली भी बनाया जा सकता है तथा महंगे सौन्दर्य प्रसाधनों, ब्यूटी सैलूनों के महंगे उपचार तथा समय को बचाया जा सकता है।
भारतीय आर्युवैदिक पद्धति योग के साधारण आसनों के जरिए आप स्थाई आन्तरिक तथा बाहरी सौन्दर्य मुफ्त में आसानी में पा सकते है। प्रतिदिन महज आध घंटा सुबह तथा शाम सूर्या नमस्कार, प्राणायाम, उत्थान आसन, कपाल भारती, धनुर आसन तथा सांसो की क्रिया के माध्यम से आप अपने यौवन, सौन्दर्य तथा प्राकृतिक आकर्षण को जीवन पर्यन्त बनाऐ रख सकते है।
बालों तथा त्वचा के सौंदर्य को बनाए रखने में प्राणायाम महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। प्राणायाम ( Pranayama) से जहां तनाव कम होता है वहीं दूसरी ओर शरीर में प्राण वायू का प्रभावी संचार होता है तथा रक्त का प्रभाव बढ़ता है। प्राणायाम सही तरीके से सांस लेने की बेहतरीन अदा है। प्रतिदिन 10 मिनट तक प्राणायाम से मानव शरीर की प्राकृतिक क्लीजिंग हो जाती है।
प्राणायाम का आज पूरे विश्व में अनुसरण किया जाता है। प्राणायाम ( Pranayama) से मानव खोपड़ी में व्यापक आक्सीजन तथा रक्त संचार होता है। जिससे बालों की प्राकृतिक रूप से वृद्वि होती है तथा बालों का सफ़ेद होना तथा झड़ने जैसी समस्या को रोकने में भी मदद मिलती है। योगा का मानसिक शारीरिक, भावनात्मक तथा मनोभाव पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिससे आत्म विश्वास बढ़ता है। योगा (Yoga) से आप आत्मिक तौर पर शान्त महसूस करते हैं। जिससे आपके बाहरी सौन्दर्य में भी निखार आता है।
आमतौर पर अनिद्रा, तनाव आदि में पैदा होने वाली कील, मुहांसे, काले धब्बों आदि की समस्याओं के स्थाई उपचार में योग महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। उत्थान आसन के लगातार उपयोग से आप कील, मुंहासे, काले धब्बों आदि की समस्याओं का स्थाई उपचार पा सकते है। कपालभाति (Kapalbhati) शरीर में कार्बन डाईक्साईड को हटाकर खून को साफ करने में मदद मिलती है। उससे शरीर में हल्कापन महसूस होता है। धनुरासन (Dhanurasana) से शरीर में रक्त का प्रभाव बढ़ता है तथा शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालने में मदद मिलती है इससे शरीर की त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है तथा त्वचा की रंगत में निखार भी आता है।
योग के लगातार अभ्यास से त्वचा तथा शरीर में यौवन को दीर्घ कालीन तौर पर बनाए रखने में मदद मिलती है। योगासन ( Pranayama) से रीढ़ की हड्डी तथा जोड़ों को लचकदार बनाया रखा जा सकता है। जिससे शरीर लंबे समय तक लचीला तथा आकर्षक बनता है, योग से शरीर के भार को कम करने में भी मदद मिलती है तथा इससे मांस पेशियां नरम तथा मुलायम हो जाती है। योगा से थकान से मुक्ति मिलती है। तथा शरीर में उर्जा का प्रभावी संचार होता है सूर्यानमस्कार (Surya Namaskar) आसन से पूरे शरीर में नवयौवन का संचार होता है। सूर्य नमस्कार से शरीर पर बढ़ती आयु के प्रभाव को रोका जा सकता है तथा यह चेहरे तथा शरीर पर बुढ़ापे की भाव मुद्राओं के प्रभाव को रोकने में मददगार साबित होता है।
 
 
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