- पीटीआई के लांग मार्च में आत्मघाती हमला होने का खतरा, मार्च को रोकने की दलील
नई दिल्ली, 24 नवंबर (हि.स.)। पाकिस्तान से गुरुवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने सेनाध्यक्ष जनरल कमर बाजवा का विदाई भाषण प्रमुखता से प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि झूठे बयान देने वाले भाग रहे हैं। आरोपों पर सब्र करने की हद होती है। फौज और जनता में दरार डालने वाले नाकाम होंगे। उनका कहना है कि पाकिस्तान बड़ी आर्थिक अव्यवस्था का शिकार है।
अखबारों ने सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं के जरिए प्रमुख नियुक्तियों की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री को सौंपे जाने की खबरें देते हुए बताया है कि सेनाध्यक्ष की नियुक्ति की सिफारिश आज राष्ट्रपति को भेजी जाएगी। अखबारों में गृह मंत्रालय के एक पत्र को लेकर खबरें छपी हैं जिसमें कहा गया है कि पीटीआई के लांग मार्च में आत्मघाती हमला होने का खतरा है। इसलिए मार्च को रोक दिया जाना चाहिए।
अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति से संपर्क में हूं। देश में होने वाली प्रमुख नियुक्तियों पर राष्ट्रपति मुझसे बातचीत करेंगे। अखबारों ने बाढ़ से तबाह हुए बलूचिस्तान को विश्व बैंक के जरिए 100 मिलियन डॉलर का लोन उपलब्ध कराने की पेशकश की खबरें भी दी हैं।
अखबारों ने अमेरिका में एक स्टोर में फायरिंग से 10 लोगों के मारे जाने और विभिन्न लोगों के जख्मी होने की खबरें भी दी हैं। इसमें हमलावर भी मारा गया है। अखबारों ने जम्मू-कश्मीर में तलाशी कार्रवाई के दौरान एक महिला समेत चार युवकों को गिरफ्तार किए जाने की खबरें भी दी हैं। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि के पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।
रोजनामा नवाएवक्त ने मध्यप्रदेश के गुना जिले में एक मुसलमान नौजवान की पुलिस हिरासत में मौत होने की खबर दी है। कश्मीर मीडिया सर्विस के अनुसार 30 वर्षीय इसराइल खान को पुलिस ने गोकुल सिंह चौक में इसके घर के करीब उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह भोपाल में एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद रिक्शे में घर वापस आ रहा था। पुलिस ने पूछताछ के दौरान उसे हिंसा का शिकार बनाया जिसकी वजह से वह बेहोश हो गया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। घरवालों और अन्य लोगों ने उसके शव को हाईवे पर रख कर जाम कर दिया। बाद में जुडिशल इंक्वायरी का आदेश दिया गया और कैंट थाने में एफ आई आर दर्ज की गई।
रोजनामा खबरें ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के जरिए मोदी सरकार को खबरदार करने की खबर दी है। उन्होंने कहा है कि अगर गोल्डन टेंपल पर हमला किया गया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने अपने एक वीडियो बयान में गोल्डन टेंपल पर हमला करने की धमकियों की कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि हिंदुओं की तरफ से जब हिंदू राज्य के गठन की मांग की जा रही है तो सिखों की तरफ से सिख राज्य खालिस्तान की मांग कैसे गलत हो सकती है। उनका कहना है कि सिखों के खिलाफ सोशल मीडिया पर नफरत फैलाई जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/ एम ओवैस